नक्सली हमले में शहीद राजकुमार यादव का पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को उमड़ा सैलाब
अयोध्या, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए रामनगरी के सपूत का राजकुमार यादव का पार्थिव शरीर सोमवार देर रात अयोध्या पहुंचा। बेटे का पार्थिव शरीर देख परिवार में कोहराम मच गया। इस दौरान शहीद के अंतिम दर्शन को चाहने वालों का तांता लगा रहा। मंगलवार सुबह जनसैलाब के साथ शहीद का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार को सरयू घाट ले जाया गया।
योगी सरकार ने शहीद परिवार को दिए 50 लाख: उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीर गति को प्राप्त शहीद के परिवार को 50 लाख भेंट किए। इसमें से 35 लाख शहीद की पत्नी वह 15 लाख शहीद की मां को दिए गए। दोनों के खाते में पैसे सोमवार ट्रांसफर कर दिए। यह जानकारी महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने दी है। वहीं, मुख्यमंत्री के सात अप्रैल को राम नगरी आने की भी संभावना है। इस दौरान वे शहीद परिवार से मिलने उनके आवास पर भी जा सकते हैं।
नक्सलियों से लिया था मोर्चा : बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर सीआरपीएफ की कोबरा 210 बटालियन में तैनात अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के रानोपाली बढ़ई टोला निवासी राजकुमार यादव ने भी नक्सलियों से मोर्चा लिया। अदम्य साहस का परिचय देते हुए राजकुमार ने नक्सलियों ने दांत तो खट्टे कर दिए, लेकिन अंतत: वह वीरगति को प्राप्त हुए। चार जुलाई वर्ष 1976 को रानोपाली निवासी सूरजलाल यादव के घर वीर सपूत राजकुमार यादव का जन्म हुआ था। वर्ष 1995 में वह सीआरपीएफ में नियुक्त हुए। वे ताइक्वांडो के शानदार खिलाड़ी भी रहे।
दिसंबर में आए थे घर: गत वर्ष दिसंबर में राजकुमार छुट्टियों पर घर आए थे। 11 जनवरी को देश के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए वह वापस ड्यूटी पर चले गए। दो दिन पहले ही वाट्सएप मैसेज के जरिये राजकुमार की अपने भाई रामविलास से वार्ता हुई थी, जिसमें उसने अपने परिवार का कुशलक्षेम जाना था।