संरक्षण गृह में जिस्मफरोशी, खुलासा होने पर मंत्री रेखा आर्या ने लिया एक्शन
हल्द्वानी शहर के एक संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। शुक्रवार रात हल्द्वानी कोतवाली में संस्थान की ही दो महिला कर्मचारियों समेत अन्य के खिलाफ पॉक्सो समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने संज्ञान लिया। दीपा आर्या, अनुसेवक, जिला शरणालय एंव प्रवेशालय, हल्द्वानी को आरोपों के आधार पर निलंबित किया गया है। वहीं, महिला कल्याण एवं पुर्नवास केंद्र, हल्द्वानी में होमगार्ड विभाग के माध्यम से तैनात गंगा को तत्काल प्रभाव से विभाग को वापस किया गया है। प्रकरण पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रकरण विशेष की निष्पक्ष विभागीय जांच के लिए दो सदस्य समिति का गठन कर दिया गया है। इस दौरान मंत्री रेखा आर्य ने कहा जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और पुलिस जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसमें माननीय न्यायालय द्वारा फैसला किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला ?
हल्द्वानी में एक दृष्टिबाधित संस्थान में लड़कियों के यौन उत्पीड़न का मामला शांत भी नहीं हुआ कि अब शहर के एक संरक्षण गृह की नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। शुक्रवार रात हल्द्वानी कोतवाली में संस्थान की ही दो महिला कर्मचारियों समेत अन्य के खिलाफ पॉक्सो समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बीते दिनों संरक्षण गृह के निरीक्षण को पहुंचीं एक न्यायिक अधिकारी को नाबालिग ने अपनी पीड़ा बताई, तब मामले का खुलासा हुआ। जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य रविंद्र रौतेला की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक, संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारी 15 वर्षीय नाबालिग को केंद्र से बाहर दूसरी जगह किसी मकान में ले जाती थीं, जहां उसके साथ दुष्कर्म होता था। विरोध करने पर उसे धमकाया जाता था और मारपीट भी की जाती थी।