“राष्ट्रपति का अपमान करने वालों ने जनजातीय समाज के प्रति अपनी सोच दिखाई”- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (8 फरवरी, 2023) को संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। पीएम मोदी ने इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि इससे जनजातीय समाज में गौरव की अनुभूति हो रही है। उन्होंने संसद में सभी सांसदों द्वारा दिए गए बयानों पर कहा कि इससे समझ आता है कि किसकी कितनी योग्यता, क्षमता और इरादे का भी पता चलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा इकोसिस्टम और समर्थक उछाल रहे थे, खुश होकर कह रहे थे कि ये हुई न बात। उन्होंने तंज कसा कि ऐसे लोगों को नींद भी अच्छी आई होगी और वो शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। बकौल पीएम, ऐसे लोगों के लिए कहा गया है – ‘ये कह-कह कर दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।’ पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कुछ लोगों ने कैसे राष्ट्रपति का अपमान कर के जनजातीय समाज के प्रति अपनी सोच को दिखाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि राष्ट्रपति के भाषण से किसी को ऐतराज नहीं है, क्योंकि किसी ने उनका विरोध नहीं किया। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे राष्ट्रपति ने कहा कि पहले दूसरों पर निर्भर रहा भारत आज दुनिया की समस्याओं का समाधान कर रहा है। दशकों तक जिन सुविधाओं का देश ने इंतजार किया, वो अब देश को मिली है। बड़े-बड़े सरकारी योजनाओं में जिस भ्रष्टाचार से देश मुक्ति चाहता था, वो अब उसे मिल रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें ख़ुशी है कि किसी ने विरोध नहीं, बल्कि राष्ट्रपति द्वारा कही गई इन बातों को स्वीकार किया। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि चुनौतियाँ जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन 140 करोड़ देशवासियों के संकल्प की शक्ति इससे ज्यादा है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे महामारी और युद्ध के कारण कई देश महँगाई और बेरोजगारी जैसे संकट से जूझ रहे हैं, जबकि ऐसे समय में भी देश दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर एक आशा और भरोसा है। ऐसे समय में G-20 की अध्यक्षता का अवसर मिलने को उन्होंने गर्व की बात बताया, लेकिन साथ ही कहा कि उन्हें लग रहा है कि कुछ लोगों को इससे भी दुःख है। पीएम मोदी ने बताया कि फ़िलहाल भारत में स्थिर और निर्णायक सरकार है, राजनीतिक स्थिरता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में फैसले लेने की ताकत इस सरकार में है, जो सुधार करती है और इस मार्ग पर कभी नहीं हटेगी, चलती रहेगी।