नंदानगर में अतिवृष्टि से तबाही, ध्वस्त हुई गौशाला, 11 मकान खतरे में, लोग घर छोड़कर भागे

नंदानगर में अतिवृष्टि से तबाही, ध्वस्त हुई गौशाला, 11 मकान खतरे में, लोग घर छोड़कर भागे

चमोली, 9 जुलाई — उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर विकासखंड में मंगलवार तड़के अतिवृष्टि ने भारी तबाही मचाई। बारिश से उफान पर आए मोक्ष गाड़ और उसके सहायक नालों ने धुर्मा, सेरा और मोख मल्ला के बगड़ तोक गांवों में भारी नुकसान पहुंचाया। एक गौशाला पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है, जबकि 11 आवासीय भवन अब भी खतरे की जद में हैं। भारी बारिश के कारण ग्रामीणों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा।

घटना मंगलवार सुबह लगभग 4 बजे की है, जब सिरपाख नाला अचानक उफान पर आ गया। इससे मोक्ष गाड़ का जलस्तर तेजी से बढ़ा और उसके किनारे बसे गांवों में पानी और मलबा घुस गया। बगड़ तोक में खेतों को भारी नुकसान हुआ है। गदेरे का पानी आवासीय भवनों को छूने लगा, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई।

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जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने प्रशासन की टीम को तुरंत मौके पर भेजा। एसडीएम आरके पांडे की अगुवाई में प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से ग्राम धुर्मा की एक गौशाला पूरी तरह से बह गई है। वहीं, मोख मल्ला के बगड़ तोक में छह, धुर्मा में तीन और सेरा गांव में दो मकान नदी के कटाव की चपेट में हैं।

प्रशासन द्वारा कृषि और संपत्ति को हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। साथ ही प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की कार्यवाही भी की जा रही है।

बारिश की वजह से सेरा-मोख धुर्मा मोटर मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। वहीं नंदानगर-नंदप्रयाग मार्ग सैतोली के पास और नंदानगर-भेंटी मोटर मार्ग कई स्थानों पर मलबा आने के कारण बाधित हैं। क्षेत्र की कई लिंक सड़कें भी बंद हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह प्रभावित हो गई है।

 

Saurabh Negi

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