अब प्रेमलाल से जुड़ीं महत्वपूर्ण पत्रावलियां रिकॉर्ड रूम से गायब – दस्तावेजों से छेड़छाड़ मामला
रजिस्ट्री कार्यालयों में बैनामों से छेड़छाड़ के बाद एक और खुलासा हुआ है। रैनापुर ग्रांट मौजा स्थित पूर्व महिला आईएएस प्रेमलाल से संबंधित जमीन की महत्वपूर्ण पत्रावलियां भी राजस्व रिकॉर्ड रूम से गायब हैं। ये पत्रावलियां इस भूमि के सीलिंग से जुड़े मुकदमे से संबंधित हैं। डीएम के निर्देश पर इस संबंध में भी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बता दें कि पूर्व आईएएस प्रेमलाल को रैनापुर मौजा, रानीपोखरी में 60 बीघा जमीन उनके रिश्तेदारों ने दान में दी थी। इसके बाद प्रेमलाल दिल्ली में बस गईं और इस जमीन पर दावा नहीं किया। इस बीच माफिया ने उनकी गैरमौजूदगी का फायदा उठाकर इस जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। पिछले दिनों डीएम की जनसुनवाई के दौरान पता चला कि इस जमीन को मुख्तारनामे के माध्यम से बेचा जा चुका है। पीलीभीत के कुछ लोगों ने प्रेमलाल का मुख्तारेआम बनकर इसका बैनामा किया था। लेकिन, जब इस मामले की जांच हुई तो पता चला कि यह सब फर्जीवाड़ा था।
संबंधित बैनामा जिस जिल्द में रखा था उसके कुछ कागजात फाड़कर उनके स्थान पर फर्जी दस्तावेज लगा दिए गए थे। इस मामले के साथ चार अन्य जमीनों से जुड़े फर्जीवाड़े भी सामने आए। इसके बाद एआईजी निबंधन की शिकायत पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जांच के दौरान डीएम सोनिका ने प्रेमलाल की इस जमीन से जुड़े सीलिंग के मुकदमे की फाइल रिकॉर्ड रूम से मंगवाई तो कर्मचारी खाली हाथ उनके दफ्तर पहुंच गए। पता चला कि उनकी यह फाइल भी रिकॉर्ड रूम से गायब हो चुकी है। इस मामले में डीएम ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल को मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया, मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।