ऋषिकेश, उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की रफ्तार पिछले कुछ दिनों से धीमी पड़ी हुई है। मगर, चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों की बात करें तो यह संख्या अब तक छह लाख के पार पहुंच चुकी है। चारधाम यात्रा को शुरू हुए दो माह का समय भी पूरा नहीं हुआ है, जिससे यात्रियों की यह संख्या एक अच्छी संख्या कही जा सकती है।
इस वर्ष सात मई को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हो गया था। नौ मई को केदारनाथ धाम व दस मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा ने शुरूआत में ही तेजी पकड़ ली थी। करीब डेढ़ माह तक चारधाम यात्रा में गति बरकरार रही और प्रतिदिन औसतन दस से 11 हजार श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे।
चारधाम यात्रा संचालित करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के माध्यम से औसतन डेढ़ सौ वाहन प्रतिदिन यात्रा पर रवाना हुए और यह क्रम यात्रा शुरू होने के बाद करीब एक माह तक जारी रहा। अब पिछले करीब दो सप्ताह से चारधाम यात्रा धीमा पड़ने लगी।
दो सप्ताह पूर्व तक जहां प्रतिदिन दस से बारह हजार के औसत से यात्री चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा रहे थे, वहीं अब यह संख्या करीब आधी यानी छह हजार रह गई है। हालांकि अभी तक मौसम भी चारधाम यात्रियों का पूरा साथ दे रहा है। अभी तक कहीं भी चारधाम यात्रा में मौसम की वजह से बड़ा व्यवधान नहीं आया है।
यात्रियों की संख्या में अचानक हुई कमी से परिवहन व्यवसाय व यात्रा से जुड़े अन्य व्यवसाय काफी हद तक प्रभावित होने लगे हैं। संयुक्त रोटेशन की जहां शुरूआती दौर में औसतन डेढ़ सौ बसें यात्रा पर रवाना हो रही थी, वहीं अब यह संख्या घटकर 20-30 रह गई है।
अब तक की यात्रा की बात करें तो वर्ष 2013 की आपदा के बाद यह पहली बार हुआ जब दो माह पूर्ण होने से पहले ही यात्रियों की कुल संख्या छह लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है। सोमवार सायं तक चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराने वाले यात्रियों की संख्या छह लाख तीन हजार 721 पहुंच चुकी थी।
चारधाम यात्रा में इस तरह बढ़े आंकड़े
तिथि—————————–आंकड़ा
15 मई———————–एक लाख पार
23 मई———————–दो लाख पार
28 मई———————–तीन लाख पार
05 जून———————–चार लाख पार
12 जून———————–पांच लाख पार
24 जून———————–छह लाख पार