78वें स्वतंत्रता दिवस पर देहरादून के परेड ग्राउंड में मुख्यमंत्री ने किया ध्वजारोहण और की कई घोषणाएं
देहरादून के परेड ग्राउंड में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया और स्वतंत्रता के महत्व को याद करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो राज्य के विकास को गति देने और समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए अहम मानी जा रही हैं। उन्होंने 8 प्रमुख घोषणाएं कीं, जिनमें राज्य के हर जिले में एक स्थानीय निकाय को आदर्श निकाय के रूप में विकसित करने की योजना, कृषि, बागवानी और उद्योग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों और उद्यमियों को क्रमशः एक लाख, 75 हजार और 50 हजार रुपये के पुरस्कार, और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग और अन्य पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों के लिए व्यक्तिगत ऋण योजना शामिल हैं।
- आदर्श स्थानीय निकाय योजना:
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक जिले में एक स्थानीय निकाय को आदर्श निकाय के रूप में विकसित किया जाएगा। - कृषि, बागवानी, और उद्योग में पुरस्कार योजना:
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, बागवानी, और उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले काश्तकारों और उद्यमियों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 1 लाख रुपये, 75 हजार रुपये, और 50 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी। - कर्मचारी व्यक्तिगत ऋण योजना:
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग और अन्य पिछड़ा वर्ग के नियमित कर्मचारियों के लिए “कर्मचारी व्यक्तिगत ऋण योजना” लागू की जाएगी। - पेंशन योजनाओं में वृद्धि:
वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, जन्म से दिव्यांग बच्चों को अनुदान योजना, और परित्यक्ता पेंशन योजना के अंतर्गत वर्तमान में निर्धारित मासिक आय सीमा को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये प्रति माह किया जाएगा। - कौशल विकास योजनाओं में सुधार:
युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कौशल विकास योजनाओं के अंतर्गत प्रशिक्षण की विषय-वस्तु का निर्धारण जिला कौशल विकास समिति द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप किया जाएगा। - वरिष्ठ नागरिकों के लिए कल्याण नीति:
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश में वरिष्ठ नागरिकों के समग्र कल्याण के लिए एक नई नीति बनाई जाएगी। यह नीति वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक समावेशन के लिए व्यापक प्रावधान करेगी, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरेगा। - मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना:
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन रोकने और ट्राउट मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए “मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना” के तहत 200 करोड़ रुपये की योजना शुरू की जाएगी। - मॉडल पशु चिकित्सालयों की स्थापना:
राज्य के पशुपालकों को आधुनिक पशुचिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से 75 करोड़ रुपये की लागत से सभी जनपदों में एक-एक मॉडल पशु चिकित्सालय स्थापित किए जाएंगे। इससे लगभग 11 लाख पशुपालक परिवारों के पशुधन को सुरक्षा प्रदान की जा सकेगी और उनकी आजीविका में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में राज्य की प्रगति की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की एसडीजी इंडेक्स रैंकिंग में उत्तराखंड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जबकि ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस की श्रेणी में राज्य अचीवर्स और स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर की श्रेणी में शामिल हो चुका है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ग्रोस एन्वायरमेंट प्रोडक्ट (जीईपी) का इंडेक्स तैयार कर ईकोसिस्टम ग्रोथ का आंकलन करने वाला भारत का पहला राज्य बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी चर्चा की और बताया कि भ्रष्टाचार विरोधी कदमों के तहत 1064 पर प्राप्त शिकायतों के माध्यम से अब तक 100 से अधिक लोगों को जेल भेजा जा चुका है। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने जबरन धर्मांतरण पर रोक, लैंड जिहाद और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून लागू करने के भी कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य में खेल और युवाओं के प्रोत्साहन के लिए नई खेल नीति लागू करने और खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की। इसके अलावा, उत्तराखंड में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए रेल, रोड और रोपवे के विस्तार पर तेजी से काम किया जा रहा है।
पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने नई पर्यटन नीति और उत्तराखंड फिल्म नीति 2024 के तहत क्षेत्रीय फिल्मों की शूटिंग पर दो करोड़ तक की सब्सिडी देने की भी घोषणा की। साथ ही, उन्होंने राज्य में होम स्टे योजना और सौर ऊर्जा के लिए नई योजनाओं की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, और अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित थे।