भारत (India) ने वेनेजुएला (Venezuela) में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non Aligned Movement, NAM) की मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि वैश्विक मंच (global forum) का कभी भी व्‍यक्तिगत स्‍वार्थों (self-serving narrative) के लिए इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकता है। भारत ने कहा कि पाकिस्‍तान का बयान किसी एक देश की क्षेत्रीय अखंडता को दूसरे देश द्वारा नजरंदाज किए जाने के समान है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारतीय राजदूत सैयद अकबरुद्दीन (Syed Akbaruddin) ने रविवार को मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस वैश्विक मंच में मौजूदा चुनौतियों पर विचार विमर्श होना चाहिए। इस मंच को द्विपक्षीय शिकायतों के लिए इस्‍तेमाल होने से बचना चाहिए। किसी सदस्‍य की ओर से ऐसी कोशिशें नाम (NAM) की परंपरा का उल्‍लंघन है। यह बैठक वेनेजुएला (Venezuela) की राजधानी कराकास (Caracas) में हुई। भारतीय राजदूत ने कहा कि यह मंच कभी भी किसी देश द्वारा किसी अन्‍य सदस्‍य की क्षेत्रीय अखंडता को प्रभावित करने का माध्‍यम नहीं बन सकता है।

दरअसल, पाकिस्‍तान के विदेश मामलों की संसदीय सचिव एंडलीब अब्बास (Andleeb Abbas) ने बैठक के दौरान कश्‍मीर का मुद्दा उठाते हुए राज्‍य में मानवाधिकार उल्‍लंघन की रिपोर्टों का हवाला दिया। हालांकि, अपने संबोधन के दौरान सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। बता दें कि भारत संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों को देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्‍लंखन बताते हुए इन्‍हें दुर्भावना से प्रेरित बताया है।