जल जीवन मिशन में प्रदेश में सबसे आगे पौड़ी और नैनीताल प्रदेश में सबसे फिसड्डी

जल जीवन मिशन में प्रदेश में सबसे आगे पौड़ी और नैनीताल प्रदेश में सबसे फिसड्डी

नैनीताल जिले में जल जीवन मिशन (जेजेएम) योजना के तहत हर घर जल पहुंचाने का कार्य बेहद धीमी गति से हो रहा है। राज्य के 13 जिलों में नैनीताल 12वें स्थान पर है, जबकि पौड़ी गढ़वाल, जो दुर्गम क्षेत्र माना जाता है, इस सूची में पहले स्थान पर है। योजना के तहत हर घर जल सर्टिफिकेशन की प्रगति रिपोर्ट में भी नैनीताल जिला सबसे पीछे है, जहां 1006 गांवों में से केवल 78 गांवों का प्रमाणीकरण हो पाया है।

प्रमाणीकरण में सबसे पीछे:

नैनीताल जिले में जेजेएम के तहत 1,14,321 घरों में से केवल 99,864 घरों को ही पेयजल कनेक्शन दिया जा सका है। वहीं, पौड़ी गढ़वाल में 1,10,721 घरों में से 1,10,721 घरों में पानी के संयोजन दिए जा चुके हैं। नैनीताल का प्रदर्शन इस योजना के सर्टिफिकेशन में भी निराशाजनक है, जहां 7.75% गांव ही प्रमाणित हो पाए हैं।

मॉनिटरिंग और जिम्मेदारी:

यह स्थिति तब है जब योजना की मॉनिटरिंग लगातार शासन और केंद्र स्तर से की जा रही है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन (डीडब्ल्यूएसएम) कमेटी इस योजना की तकनीकी, वित्तीय और निगरानी संबंधी जिम्मेदारियों का पालन करती है। बावजूद इसके, नैनीताल जिले में योजना की प्रगति अन्य जिलों के मुकाबले बेहद धीमी है, जिससे जिला 12वें स्थान पर आ गया है।

राज्य में अन्य जिलों की स्थिति:

प्रदेश के अन्य जिलों में योजना की प्रगति की स्थिति कुछ बेहतर है। देहरादून, उत्तरकाशी और टिहरी गढ़वाल जैसे जिलों में 90% से अधिक घरों में जल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। वहीं, नैनीताल और अल्मोड़ा जैसे जिले पीछे रह गए हैं, जहां 87.35% और 86.78% घरों को ही अब तक जल कनेक्शन मिल सका है।

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निगरानी की आवश्यकता:

जेजेएम योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की नियमित निगरानी और तेजी से अमल की आवश्यकता है ताकि नैनीताल जिले में भी हर घर जल पहुंचाने का लक्ष्य जल्द पूरा हो सके। पंचायती राज विभाग द्वारा प्रमाणीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने की भी आवश्यकता है।

जल जीवन मिशन के तहत कनेक्शनधारकों का ब्योरा:

जिला कुल कनेक्शन इतने लगे प्रतिशत

पौड़ी गढ़वाल 1,10,723 1,10,721 99.99

उत्तरकाशी 65,002 64,987 99.98

देहरादून 1,29,491 1,29,449 99.97

चमोली 76,528 76,478 99.94

टिहरी गढ़वाल 1,28,676 1,28,456 99.83

बागेश्वर 54,659 054,496 99.70

चंपावत 45,335 044,734 98.67

पिथौरागढ़ 94,610 92,837 98.13

रुद्रप्रयाग 56,777 54,586 96.14

ऊधमसिंह नगर 1,98,752 1,88,632 94.91

हरिद्वार 2,50,406 2,32,146 92.71

नैनीताल 1,14,321 99,864 87.35

अल्मोड़ा 1,27,141 1,10,334 86.78

स्रोत – भारत सरकार की ई जल शक्ति वेबसाइट से

 

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