पिथौरागढ़ भर्ती रैली: युवाओं की सहायता के लिए स्थानीय संगठनों का प्रयास

पिथौरागढ़ भर्ती रैली: युवाओं की सहायता के लिए स्थानीय संगठनों का प्रयास

पिथौरागढ़ में चल रही प्रादेशिक सेना भर्ती रैली में युवाओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने स्थानीय प्रशासन और संगठनों को हर संभव मदद प्रदान करने के लिए प्रेरित किया। बुधवार और गुरुवार को उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया संपन्न हुई। पहले दिन लगभग 20,000 युवाओं के उमड़ने से स्थिति असामान्य हो गई थी। भीड़ के कारण प्रवेश द्वार टूट गया, जिसके चलते पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए लाठियां फटकारनी पड़ीं। इस अफरा-तफरी में दो अभ्यर्थी घायल हो गए।

हालांकि, प्रशासन और पुलिस ने गुरुवार को बेहतर प्रबंधन करते हुए स्थिति को नियंत्रण में रखा। बैरिकेडिंग और समूहों में प्रवेश देने जैसी व्यवस्थाओं ने भीड़ को व्यवस्थित किया। इस दिन भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले उत्तर प्रदेश के युवाओं में पहले दिन असफल रहे युवाओं के साथ-साथ शारीरिक दक्षता और चिकित्सा परीक्षण देने वाले अभ्यर्थी शामिल थे।

पिथौरागढ़ भर्ती रैली: युवाओं की सहायता के लिए स्थानीय संगठनों का प्रयास

भर्ती स्थल और नगर में युवाओं की मदद के लिए स्थानीय संगठनों ने कई पहलें कीं। नगर के 10 स्थानों पर लंगर लगाए गए, जिनमें निशुल्क भोजन की व्यवस्था की गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन और “जाग उठा पहाड़” संगठन ने एपीएस रोड पर युवाओं के लिए ठहरने और भोजन का प्रबंध किया। पूर्व सैनिक संगठन ने 6,000 से अधिक युवाओं को निशुल्क भोजन कराया और रात में विश्राम के लिए स्थान उपलब्ध कराया। कई पूर्व सैनिकों ने युवाओं को अपने घरों में भी ठहराया और उनकी सहायता की। इसके अलावा, सज्जन लाल सोसायटी और महामाया मंदिर समिति ने भर्ती स्थल के आसपास भोजन के स्टॉल लगाए। एशियन एकेडमी ने अपनी शाखाओं को ठहरने के लिए खोला और निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया। घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी ने भी युवाओं के लिए रात्रि विश्राम और भोजन का प्रबंध किया।

भर्ती प्रक्रिया के दौरान युवाओं को टनकपुर से पिथौरागढ़ लाने-ले जाने के लिए 677 वाहनों का उपयोग किया गया। इनमें 295 बसें और 322 टैक्सियां शामिल थीं। स्थानीय शटल सेवा ने अस्थायी बस अड्डे, एपीएस मैदान और भर्ती स्थल तक युवाओं को लाने में सहयोग दिया।

रात में ठंड से बचने के लिए 25 स्थानों पर अलाव जलाए गए। अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए 19 सरकारी और निजी विद्यालयों को अस्थायी रूप से बंद किया गया। शुक्रवार और शनिवार को उत्तराखंड के युवाओं की भर्ती प्रक्रिया निर्धारित है।

12 नवंबर से शुरू हुई इस भर्ती प्रक्रिया में अब तक 25,000 से अधिक अभ्यर्थी पिथौरागढ़ पहुंचे हैं। गुरुवार अपराह्न तक 18,000 अभ्यर्थी वापस लौट चुके थे। अब तक ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के अभ्यर्थी इस प्रक्रिया में हिस्सा ले चुके हैं। उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों की भर्ती गुरुवार को पूरी हुई।

Saurabh Negi

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