रामनगर के वन आरक्षी वीरेंद्र चौहान पर जानलेवा हमला, समझौते के लिए दबाव
गढ़वाल के वीरेंद्र चौहान, जो रामनगर में वन आरक्षी के रूप में तैनात हैं, पर क्यारी रामनगर के जंगल में जानलेवा हमला हुआ। घटना तब हुई जब वीरेंद्र चौहान ने जंगल में शराब पी रहे कुछ लोगों को टोका। इस पर उन हमलावरों ने वीरेंद्र चौहान की बुरी तरह पिटाई कर दी। हमलावरों ने लात-घूसे और गालियों के साथ वीरेंद्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
हमलावरों ने धमकी भरे शब्दों में कहा, “भाई में जाट हूं, अपनी फुल बोली पे आ गया हूं, गांव कौनसा है तेरा, मारकर यही बहा देंगे।” इस हिंसक घटना के बाद, वीरेंद्र चौहान पर समझौते के लिए दबाव भी बनाया गया। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और सुरक्षा के मुद्दों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
वीडियो देखें –
इसे भी पढ़ें – राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10% आरक्षण का विधेयक मंजूर
View this post on Instagram