प्रियंका गांधी ने दुष्कर्म पीड़िता का जिक्र करते हुए सरकार पर सवाल उठाए

प्रियंका गांधी ने दुष्कर्म पीड़िता का जिक्र करते हुए सरकार पर सवाल उठाए

हैदराबाद और उसके साथ उत्तर प्रदेश का उन्नाव केस, दोनों ही देश में सुर्खियों में बने हुए है और इन मामलों को लेकर देश में आक्रोश भी बहुत है। हैदराबाद में लड़की का रेप और फिर जला दिया गया। सही वैसे ही UP के उन्नाव में हुआ। यहां भी शुक्रवार देर रात युवती ने अंतिम सांस ली, क्योंकि वह 90 फीसद से ज्यादा जल चुकी थी। अब इसे लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लगातार दो ट्वीट में उन्नाव निवासी सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता का जिक्र करते हुए सरकार पर सवाल उठाए है।

उन्होंने अपने पहले ट्वीट में उन्नाव पीड़िता के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि उन्नाव पीड़िता के परिवार को इस दुख की घड़ी में हिम्मत दे। यह हम सबकी नाकामयाबी है कि हम उसे न्याय नहीं दे पाए।’ उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक तौर पर ऐसे मुद्दो पर सबकी जवाबदेही बनती है, सब दोषी हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था भी इसका मुख्य कारण है।

वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसकी FIR दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई? UP में आए दिन महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसको रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है ?, इस प्रकार प्रियंका ने सरकार पर कई सवाल खड़े किए।

बता दें कि गुरुवार देर शाम 95 फीसद जली अवस्था में उन्नाव की पीड़िता को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया था। पीड़िता का इलाज कर रहे बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया कि रात 11.10 बजे पीड़िता को दिल का दौरा पड़ा और 11.40 पर सांस टूट गई।

क्या हुआ था

25 वर्षीय पीडि़त युवती उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली थीं। पुलिस में दी शिकायत के मुताबिक दो साल पहले शादी का झांसा देकर गांव का ही शिवम रायबरेली ले गया था। वहां शिवम व उसके दोस्त शुभम ने दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। शुभम को पुलिस ने क्लीनचिट दे दी थी, जबकि शिवम नौ माह रायबरेली जेल में रहकर 30 नवंबर को जमानत पर छूटा था। आरोपित लगातार मुकदमा वापसी का दबाव बना रहा था। गुरुवार सुबह पीडि़ता बैसवारा रेलवे स्टेशन जा रही थी। गांव से लगभग तीन सौ मीटर दूर रास्ते में शिवम त्रिवेदी और उसके साथ कुछ लोगों ने रोका और केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी और भाग निकले।

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