देहरादून के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में तेजी, डीएम सविन बंसल की पहल पर ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ धरातल पर

देहरादून के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की दिशा में तेजी, डीएम सविन बंसल की पहल पर ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ धरातल पर

देहरादून जिले में डीएम सविन बंसल की अगुवाई में ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ के तहत सरकारी स्कूलों को आधुनिक तकनीकों से लैस कर स्मार्ट स्कूलों में तब्दील करने की दिशा में ठोस कार्य शुरू हो गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में चकराता और कालसी के दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों को फर्नीचर उपलब्ध कराया जा चुका है, जबकि विकासनगर, सहसपुर, रायपुर और डोईवाला के स्कूलों को फर्नीचर उपलब्ध कराने के लिए ओएनजीसी ने वर्ष 2025-26 के लिए कार्य आदेश जारी कर दिया है।

इस परियोजना में ओएनजीसी द्वारा 1.5 करोड़ रुपये और हुडको द्वारा 2.5 करोड़ रुपये की लागत से सहयोग किया जा रहा है। हुडको के सहयोग से 3.5 करोड़ रुपये के एलईडी स्क्रीन प्रोजेक्ट पर भी कार्य अंतिम चरण में है, जिससे जल्द ही स्कूलों में ऑनलाइन पठन-पाठन की सुविधा शुरू की जाएगी।

डीएम बंसल की पहल पर स्कूलों में व्हाइट बोर्ड, एलईडी लाइट, आउटडोर खेल सामग्री, फर्नीचर और अन्य मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु 1 करोड़ रुपये की धनराशि मुख्य शिक्षा अधिकारी के अधीन रखी गई है। संबंधित ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को भी जरूरत के अनुसार बजट आवंटित किया गया है।

इसके साथ ही बच्चों को शिक्षित करने के साथ उनके कौशल विकास और चरित्र निर्माण पर भी जोर दिया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रत्येक स्कूल में महापुरुषों की जीवनियां, अखबार, मैगजीन और शब्दकोश अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे बच्चे अध्ययन के साथ देश-दुनिया की जानकारी और प्रेरणादायक व्यक्तित्वों से भी अवगत हो सकेंगे।

डीएम ने शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि स्कूलों में पानी, शौचालय, सफाई, सुरक्षा और गुणवत्तायुक्त मिड-डे मील की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह पहल सरकारी स्कूलों के बच्चों को प्रतिस्पर्धी माहौल में सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

Saurabh Negi

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