ऋषिकेश में राफ्टिंग मानसून के लिए बंद
गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में विश्व प्रसिद्ध राफ्टिंग की गतिविधि दो माह के लिए थम गई है। मानसून सत्र के बाद अब सितंबर माह में गंगा का पानी राफ्टिंग के अनुकूल होने के बाद फिर से राफ्टिंग गतिविधि आरंभ हो पाएगी। इस वर्ष करीब साढ़े तीन लाख से अधिक पर्यटकों ने गंगा रिवर राफ्टिंग का लुत्फ उठाया है। गंगा की लहरों में रोमांच का खेल रविवार शाम पांच बजे के बाद थम गया। अगले तीन माह तक साहसिक खेलों के शौकीन राफ्टिंग का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में वर्षाकाल में सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की ओर से उसे माह के लिए रिवर राफ्टिंग पर प्रतिबंध लगाया जाता है।
अंतिम दिन पर्यटकों ने जमकर उठाया राफ्टिंग का लुत्फ –
रविवार अंतिम दिन तीर्थनगरी ऋषिकेश, मुनिकीरेती, शिवपुरी के गंगा तटों पर राफ्टिंग के लिए भारी भीड़ पहुंची और पर्यटकों ने जमकर राफ्टिंग का लुत्फ उठाया। ब्रह्मपुरी से लेकर मुनिकीरेती स्थित खारास्रोत तक गंगा में रंग-बिरंगी राफ्टें एक मनमोहक दृश्य के रूप में दिखाई दी।सुबह से लेकर शाम पांच बजे तक पर्यटक राफ्टिंग के लिए गंगा किनारे राफ्टिंग प्वाइंट पर खड़े नजर आए। इन दिनों ग्रीष्मकालीन छुट्टियां भी चल रही है, इससे बाहरी प्रांतों से राफ्टिंग करने के शौकीन तीर्थनगरी में पहुंचते रहे हैं।
सितंबर माह से जलस्तर के अनुकूल होने पर दोबारा शुरू होगी राफ्टिंग –
जिला टिहरी के साहसिक पर्यटन अधिकारी केएस नेगी ने बताया कि जुलाई तथा अगस्त माह में वर्षाकाल के चलते गंगा में रिवर राफ्टिंग की गतिविधि बंद रहती है। सितंबर माह में गंगा का जलस्तर राफ्टिंग के अनुकूल होने पर राफ्टिंग शुरू होगी। उन्होंने बताया कि इस सत्र में अब तक लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक पर्यटक राफ्टिंग का लुत्फ उठा चुके हैं।