देहरादून में जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियान के तहत ऐतिहासिक स्थल राजपुर बावड़ी का निरीक्षण
जल संरक्षण और प्राकृतिक जल स्रोतों के संवर्धन के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत आज जिलाधिकारी सविन बंसल ने राजपुर बावड़ी (ओल्ड मसूरी रोड) का निरीक्षण किया। यह इस अभियान का दूसरा निरीक्षण था, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण को और आगे बढ़ाना है। इस अभियान के तहत पहले भी एक श्रोत का निरीक्षण किया जा चुका है। इस अभियान का उद्देश्य स्थानीय जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना और उनकी प्राकृतिक संरचनाओं को बनाए रखते हुए संरक्षण करना है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत धारे, नौले, और झीलों का संरक्षण किया जाएगा। इसके लिए किसी प्रकार का सिविल निर्माण नहीं किया जाएगा, बल्कि स्थानीय मिट्टी और पत्थर का इस्तेमाल कर प्राकृतिक तरीकों से जल स्रोतों को संरक्षित किया जाएगा। इस प्रक्रिया से न केवल जल स्रोतों का संरक्षण होगा, बल्कि इनका ऐतिहासिक महत्व भी बना रहेगा।
जिलाधिकारी ने स्थानीय निवासियों, सामाजिक संगठनों, और स्वयं सहायता समूहों से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण के साथ-साथ जनपद में स्थित ऐतिहासिक स्थलों का संवर्धन करना भी है। इस अभियान में स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों, और स्थानीय निवासियों की सक्रिय भागीदारी से जल स्रोतों के संरक्षण के साथ ही उनकी संवर्धन प्रक्रिया भी तेज की जाएगी। जल स्रोतों का संरक्षण न केवल जल की उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती प्रदान करेगा।
इस अभियान के तहत देहरादून और इसके आस-पास 70 से अधिक धारे, नौले, और बावड़ी का सर्वेक्षण किया गया है। सभी जल स्रोतों का प्राकृतिक और वैज्ञानिक तरीकों से संवर्धन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय समुदाय और संगठनों की भागीदारी से ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है।
इस अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के रिचार्ज और संरक्षण के लिए वैज्ञानिक तरीकों का भी सहारा लिया जा रहा है। इस प्रक्रिया में न केवल जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी, बल्कि पर्यावरण विशेषज्ञों की देखरेख में वैज्ञानिक तरीके भी अपनाए जाएंगे। इस अवसर पर जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले पदमश्री कल्याण सिंह रावत मैती को भी समिति में सदस्य के रूप में सम्मिलित किया गया, ताकि उनके अनुभवों से इस अभियान को और बल मिल सके।
इस अवसर पर जिलाधिकारी सविन बंसल के साथ-साथ पर्यावरण विशेषज्ञ पदमश्री कल्याण सिंह रावत मैती, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, और जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार भी उपस्थित थे। साथ ही, पहाड़ी पेडलर्स के प्रतिनिधि और विभिन्न संगठनों के सदस्य भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, जिन्होंने जल संरक्षण के इस महत्वपूर्ण प्रयास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।