रामनगर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाया गया, 52 निर्माण ढहे और 51 परिवार बेघर

रामनगर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाया गया, 52 निर्माण ढहे और 51 परिवार बेघर

रामनगर – रामनगर के पूचड़ी क्षेत्र में आज सुबह बड़ी रामनगर अतिक्रमण कार्रवाई चली। वन विभाग ने सात घंटे चले अभियान में 52 अवैध निर्माण ढहा दिए। इनमें 15 पक्के मकान शामिल थे। कार्रवाई के दौरान 51 परिवारों को घर खाली करने पड़े। अंधेरे, अफरा-तफरी और घंटों की घोषणा के बीच लोग अपने बच्चों और सामान के साथ रोते हुए बाहर आते दिखे।

स्थान पर चर्चा फिर से सलीम और ताहिर पर केंद्रित रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन दोनों ने कथित तौर पर वन भूमि को 1 से 3 लाख रुपये में बेचा था। पिछले वर्ष जांच में 170 परिवारों द्वारा 10 रुपये के स्टांप पेपर पर खरीदी गई ज़मीन का खुलासा हुआ था। इसके बाद मोहम्मद ताहिर, अजमत, फहीम अहमद, उस्मान खान, कमला देवी और धीरेंद्र पर अवैध भूमि बिक्री के मामले दर्ज हुए।

शनिवार रात बिजली कटने के बाद कई परिवार घर खाली करने लगे। सुबह तक माहौल और भावुक हो गया क्योंकि सभी को अंतिम चेतावनी के बाद हटना पड़ा। कार्रवाई सुबह 5 बजे चेतावनी और 6 बजे शुरुआत के साथ आगे बढ़ी। संयुक्त टीम में वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस शामिल थी। नौ जेसीबी और चार पोकलैंड मशीनों से 25 हेक्टेयर वन भूमि मुक्त कराई गई। क्षेत्र में भारी पुलिस बल, लगभग 300 जवान तैनात रहे, जिससे किसी तरह का विरोध असरदार न हो सका।

अधिकारियों ने बताया कि करीब दस वर्ष पहले 100 हेक्टेयर से अधिक वन भूमि पर अवैध कॉलोनी बस गई थी। नोटिस पिछले वर्ष से जारी थे। 2019 में नगर निगम ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए दी गई लगभग 12 बीघा भूमि भी अभियान में खाली कराई गई, जिसमें से 9 बीघा कब्जे में थी।

इसे भी पढ़ें – देहरादून के जनजातीय स्कूल में पहली बार भागवत गीता अनिवार्य, कक्षा 4 से 10 तक पाठ्यक्रम शुरू

कार्रवाई के दौरान ताहिर और सलीम के नाम दोबारा सामने आए। पुलिस जांच जारी है और साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी समेत 13 लोगों को विरोध के कारण हिरासत में लिया गया, जिन्हें शाम को छोड़ दिया गया। रामनगर अतिक्रमण कार्रवाई को लेकर पूरे दिन तनाव और भावनात्मक माहौल बना रहा।

Saurabh Negi

Share