ऋषिकेश उप जिला अस्पताल का डीएम ने किया औचक निरीक्षण, SNCU और मॉडल टीकाकरण केंद्र की सौगात

ऋषिकेश/देहरादून, 18 जून – जिलाधिकारी सविन बंसल ने मंगलवार को ऋषिकेश के उप जिला चिकित्सालय का दो घंटे तक औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का गहन जायजा लिया और कई नए निर्देशों व योजनाओं की घोषणा की। निरीक्षण के दौरान डीएम ने स्पष्ट कहा कि सरकारी अस्पतालों को जनता के लिए पूर्ण सुविधायुक्त बनाया जाएगा, ताकि आम लोगों को निजी अस्पतालों जैसी सुविधा मिल सके।
जल्द मिलेगा SNCU और मॉडल टीकाकरण केंद्र
डीएम ने अस्पताल में SNCU (विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई) और बड़े टीकाकरण कक्ष की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि टीकाकरण कक्ष में एसी, डिजिटल प्रिंटर, बच्चों के मनोरंजन की व्यवस्था और अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की जाएगी। यह कक्ष जिला अस्पताल की तर्ज पर तैयार किया जाएगा।
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चन्दन लैब पर नाराजगी, 24×7 संचालन का आदेश
निरीक्षण के दौरान डीएम चन्दन लैब की अव्यवस्था पर नाराज़ दिखे। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को 15 दिनों में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। अब यह लैब 24 घंटे संचालित होगी और इसका भुगतान एसडीएम व एसीएमओ के सत्यापन के बाद ही किया जाएगा।
अस्पताल में अलग-अलग दवा वितरण काउंटर
डीएम ने निर्देश दिए कि अस्पताल में महिला, पुरुष, बुजुर्ग और सामान्य वर्ग के लिए अलग-अलग दवा वितरण काउंटर बनाए जाएं ताकि सभी को समय पर और सहज रूप से दवा मिल सके।
ICU व ऑपरेशन कक्ष की सुविधाएं बेहतर करने के निर्देश
डीएम ने अस्पताल के ICU में ऑक्सीजन सप्लाई और मॉनिटरिंग सिस्टम को अपग्रेड करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जानकारी दी कि यहां हर माह 50 मरीज ICU में भर्ती होते हैं और 90 से अधिक ऑपरेशन होते हैं।
ब्लड सेपरेटर मशीन इसी माह लगेगी
डीएम ने पिछली विजिट में 40 लाख की ब्लड सेपरेटर मशीन की स्वीकृति दी थी, जो अब इसी महीने अस्पताल में स्थापित की जा रही है। साथ ही उन्होंने मौके पर ही लैब टेक्नीशियन और SNCU स्टाफ की भर्ती की मंजूरी भी दी।
लिफ्ट और आरओ खराब मिला तो जताई सख्त नाराजगी
निरीक्षण के दौरान डीएम को अस्पताल की लिफ्ट और आरओ प्लांट खराब मिले, जिस पर उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के भीतर इन्हें ठीक कराने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि ऋषिकेश गढ़वाल का प्रवेश द्वार है, इसलिए यहां के अस्पताल को उदाहरण बनाकर पेश करना चाहिए, ताकि हर मरीज को बेहतर सुविधा मिल सके। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी, एसडीएम योगेश मेहर, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार, तहसीलदार चमन सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।