ऋषिकेश में नशामुक्ति रैली के दौरान बवाल, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प

ऋषिकेश में नशामुक्ति रैली के दौरान बवाल, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प

ऋषिकेश: देवभूमि नशामुक्त संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा खरस्रोत स्थित शराब की दुकान बंद कराने और नशामुक्त उत्तराखंड की मांग को लेकर निकाली गई रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हो गई। रैली को रोकने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन नारेबाजी और धक्का-मुक्की के बीच प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और जुलूस आगे बढ़ गया।

यह रैली खरस्रोत से शुरू होकर लोनिवी तिराहे, मुनिकीरेती नगर पालिका क्षेत्र और चौदह बीघा की आंतरिक गलियों से होती हुई रामलीला मैदान पहुंचकर समाप्त हुई।

सभा को संबोधित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष नीलम बिजलवान ने कहा कि यह आंदोलन युवाओं के भविष्य की लड़ाई है और देवभूमि में शराब और नशे के लिए कोई स्थान नहीं है। वहीं पूर्व नरेंद्रनगर विधायक ओम गोपाल रावत, दिनेश चंद्र मास्टर और सरदार सिंह पुंडीर ने सरकार से मांग की कि खरस्रोत की शराब की दुकान तुरंत बंद की जाए और राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

रैली में संजय सिल्सवाल, कानूनी सलाहकार लालमणि रतूड़ी, पूर्व सैनिक सुदेश भट्ट सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस बीच, पुलिस ने एहतियातन समिति अध्यक्ष हिमांशु बिजलवान, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा रावत, ब्लॉक सदस्य सीताराम राणकोटी और संदीप भंडारी को सुबह ही निवारक हिरासत में ले लिया था।

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इस दौरान स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल लगातार मुस्तैद रहा। हालांकि रैली के अंत तक माहौल शांतिपूर्ण बना रहा, लेकिन इस घटना ने नशामुक्ति आंदोलन की दिशा और प्रशासनिक रवैये को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

Saurabh Negi

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