ऋषिकेश में जाम की समस्या बनी गंभीर चुनौती, शिवरात्रि पर हालात और बिगड़ने के आसार

ऋषिकेश में जाम की समस्या बनी गंभीर चुनौती, शिवरात्रि पर हालात और बिगड़ने के आसार

ऋषिकेश में यातायात जाम अब एक नियमित समस्या बनती जा रही है। हर सप्ताहांत पर शहर के मुख्य मार्ग और आंतरिक सड़कें वाहनों के भारी दबाव में आकर ठहर सी जाती हैं। रविवार को भी हालात अलग नहीं थे। सुबह से ही ऋषिकेश-हरिद्वार मार्ग, बाईपास रोड, इंद्रमणि बडोनी चौक, भद्रकाली मंदिर चेक पोस्ट, चंद्रभागा-राम झूला-तपोवन मार्ग पर वाहन रेंगते नजर आए। शाम होते-होते स्थिति और खराब हो गई, जिससे लोगों को घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ा।

ऋषिकेश जैसे पर्यटन और धार्मिक महत्व वाले शहर में ट्रैफिक प्रबंधन की यह स्थिति चिंताजनक है। स्थानीय प्रशासन और यातायात विभाग की निष्क्रियता से समस्या और बढ़ रही है। आंतरिक मार्गों पर अतिक्रमण, अव्यवस्थित पार्किंग और ट्रांसपोर्ट वाहनों का अनियंत्रित संचालन शहरवासियों के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। लाजपत राय मार्ग, झंडा चौक, त्रिवेणी मार्ग और रेलवे रोड पर दुकानों के बाहर बेतरतीब खड़े वाहन स्थिति को और जटिल बना रहे हैं।

यातायात पुलिस की सख्ती केवल कागजों तक सीमित दिख रही है। अधिकारी हर बार गश्त बढ़ाने और कार्रवाई करने की बात तो करते हैं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस प्रयास नहीं दिखता।

शिवरात्रि पर और बिगड़ सकते हैं हालात
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर नीलकंठ महादेव मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी, जिससे स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला और नीलकंठ मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दबाव रहेगा। स्थानीय प्रशासन अब तक ठोस योजना के बिना काम कर रहा है, जिससे आगामी दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।

ऋषिकेश में ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर प्रशासन की लापरवाही लंबे समय से देखी जा रही है। यदि जल्द ही कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया तो शहर की सड़कों पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। सवाल यह उठता है कि कब तक आम जनता प्रशासन की अनदेखी और अव्यवस्थित ट्रैफिक से जूझती रहेगी?

Saurabh Negi

Share