कोटद्वार ARTO कार्यालय में वरिष्ठ सहायक रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार
उत्तराखंड के कोटद्वार में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए विजिलेंस की सेक्टर देहरादून टीम ने ARTO कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक महेन्द्र सिंह को तीन हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई विजिलेंस निदेशक डॉ. वी मुरूगेशन के निर्देशन में की गई, जिन्होंने ट्रैप टीम को इस सफलता के लिए नकद पुरस्कार देने की घोषणा भी की है।
मामले की शुरुआत उस समय हुई जब एक व्यक्ति ने शिकायत की कि ARTO कोटद्वार कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक महेन्द्र सिंह ने चालानी रसीद काटने के एवज में चार हजार रुपये रिश्वत की मांग की है। इस शिकायत के आधार पर विजिलेंस की ट्रैप टीम ने गुरुवार को ARTO कार्यालय कोटद्वार में जाल बिछाया। योजना के तहत, शिकायतकर्ता ने वरिष्ठ सहायक महेन्द्र सिंह को रिश्वत के तीन हजार रुपये दिए। विजिलेंस टीम पहले से सिविल ड्रेस में तैनात थी और उन्होंने महेन्द्र सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की गिरफ्तारी और आगे की कार्यवाही:
गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम ने महेन्द्र सिंह के आवास और अन्य स्थानों पर छापेमारी की, जहां उसकी चल-अचल संपत्तियों के बारे में पूछताछ की गई। आरोपी को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए देहरादून ले जाया गया है। विजिलेंस सूत्रों के अनुसार, इस गिरफ्तारी के बाद ARTO कार्यालय कोटद्वार के अन्य कर्मचारी और दलाल भी विजिलेंस की जांच के दायरे में आ गए हैं।
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विजिलेंस निदेशक डॉ. वी मुरूगेशन ने कहा है कि यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी रिश्वत मांगता है या अवैध संपत्ति अर्जित करता है, तो ऐसे मामलों की सूचना विजिलेंस के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर दी जा सकती है। उन्होंने आम जनता से इस अभियान में निर्भीक होकर सहयोग करने की अपील की है।