सितारगंज सीएचसी और मोरी पीएचसी का उच्चीकरण, क्षेत्रीय जनता को मिलेगी राहत?
उत्तराखण्ड सरकार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों का एक और महत्वपूर्ण कदम सामने आया है। सितारगंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को उप जिला चिकित्सालय और उत्तरकाशी जिले के मोरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का दर्जा दिया गया है। इन दोनों अस्पतालों के उच्चीकरण से अब क्षेत्रीय जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी, और उन्हें इलाज के लिए महानगरों की ओर दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
सितारगंज सीएचसी बना उप जिला चिकित्सालय
उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सितारगंज के 30 शैय्यायुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अब 90 शैय्यायुक्त उप जिला चिकित्सालय में उच्चीकृत किया गया है। इस उच्चीकरण के साथ ही अस्पताल में प्रमुख डॉक्टरों और विशेषज्ञों की नियुक्ति की जा रही है, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, आर्थोपेडिक सर्जन, नेत्र शल्यक, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट और अन्य कई चिकित्सा विशेषज्ञों के पद शामिल हैं।
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मोरी पीएचसी को मिला सीएचसी का दर्जा
मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत मोरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिया गया है, जिसमें कुल 37 पदों की स्वीकृति दी गई है। इन पदों में जनरल सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक और अन्य आवश्यक चिकित्सक और कर्मचारियों की नियुक्ति शामिल है। इससे उत्तरकाशी के पर्वतीय क्षेत्र के निवासियों को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।
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