बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए बदरीनाथ और केदारनाथ सहित कई मंदिरों में विशेष पूजा

बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए बदरीनाथ और केदारनाथ सहित कई मंदिरों में विशेष पूजा

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने मंगलवार को बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं की सुरक्षा के लिए बदरीनाथ, केदारनाथ और अन्य प्रमुख मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया।

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बांग्लादेश में मंदिरों पर हो रहे हमलों और हिंदुओं सहित अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बदरीनाथ और केदारनाथ समेत सभी प्रमुख मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के निर्देश दिए थे, ताकि बांग्लादेशी हिंदुओं के सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन की कामना की जा सके।

श्री बदरीनाथ धाम में विशेष पूजा का नेतृत्व रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, और वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने किया। इस पूजा में भगवान बदरी विशाल की आराधना की गई, जिसमें मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान और प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट समेत अन्य लोग शामिल हुए।

श्री केदारनाथ धाम में मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग, धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, और वेदपाठी स्वयंबर सेमवाल ने भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक और महामृत्युंजय पाठ का आयोजन किया। इस पूजा में केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी और अन्य स्थानीय अधिकारी उपस्थित थे।

योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने पूजा-अर्चना में भाग लिया। यहां बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से मुक्ति की प्रार्थना की गई।

कालीमठ मंदिर में मां काली की पूजा-अर्चना की गई, जिसमें बांग्लादेशी हिंदुओं के जीवन पर आए संकट के निवारण की प्रार्थना की गई।

तृतीय केदार तुंगनाथ में भगवान तुंगनाथ जी का जलाभिषेक किया गया और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों से मुक्ति की प्रार्थना की गई।

श्री त्रियुगीनारायण मंदिर में भी भगवान त्रियुगीनारायण की पूजा-अर्चना कर बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा के लिए प्रार्थना की गई।

इसे भी पढ़ें – ऊर्जा निगम ने स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे कार्य शुरू किया, मुख्यालय से निर्देश जारी

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि इस विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन द्वितीय केदार मद्महेश्वर, श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी, श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ, सीता माता मंदिर चांई जोशीमठ, श्री गोपाल मंदिर नंदप्रयाग और मां चंद्रबदनी मंदिर देहरादून सहित अन्य मंदिरों में भी किया गया।

Related articles

Leave a Reply

Share