राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा द्वारा प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थाओं में 01 अक्टूबर को स्वच्छता संबंधी श्रमदान आयोजित करने के निर्देश
राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड बंशीधर तिवारी द्वारा प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थाओं में 01 अक्टूबर, 2023 को विभिन्न स्तरों पर स्वच्छता संबंधी श्रमदान आयोजित किये जाने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये है।
श्री तिवारी द्वारा निदेशक माध्यमिक एवं प्रारम्भिक शिक्षा, अकादमिक शिक्षा, मण्डलीय अपर निदेशकों, मुख्य शिक्षा अधिकारियों प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा खण्ड शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में यह निर्देश दिये गये है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 से देशभर में स्वच्छता मिशन संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की जयन्ती की पूर्व संध्या 01 अक्टूबर 2023 को प्रत्येक गाँव एवं शहर में प्रातः 10 बजे से एक घण्टे के लिए सभी नागरिकों एवं जनसमुदाय का सामूहिक रूप से स्वच्छता के लिए श्रमदान हेतु आह्वान किया गया है।
श्री तिवारी द्वारा इस संबंध में जारी निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि सभी विद्यालयों में दिनांक 01 अक्टूबर 2023 को छात्र / छात्राओं के साथ प्रभात फेरी निकाली जाए तदुपरान्त विद्यालयों में साफ-सफाई कराई जाए। कार्यक्रम के उपरान्त मिष्ठान वितरण एवं मध्याहन भोजन दिया जाए। साथ ही स्वच्छ सारथी क्लब विकसित कर कार्यक्रम का आयोजन कराया जाय। तथा विद्यालय / कार्यालय परिसर में कूड़ा / प्लास्टिक एकत्रित न हो। प्लास्टिक का उपयोग न करने पर निरंतर बल दिया जाय। कार्यालय / संस्थानों में भी 10.00 बजे से श्रमदान कर साफ-सफाई की जाये। हमारा स्वच्छ विद्यालय एवं हमारा स्वच्छ कार्यालय का प्रचार-प्रसार किया जाये। दिनांक 02 अक्टूबर 2023 को महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर भी निर्धारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये।
राज्य परियोजना निदेशक तिवारी ने सभी संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा की है कि प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक एवं छात्र-छात्रायें अपने-अपने स्तर से राष्ट्रहित के इस कार्यक्रम में अपेक्षित सहयोग हेतु दिनांक 01 अक्टूबर 2023 को अपने विद्यालय, विद्यालय के आस-पास, शैक्षिणिक संस्थान, कार्यालय आदि में स्वच्छता से सम्बन्धित श्रमदान में सहभागी अवश्य बने। विद्यालय स्तर पर किये जाने वाले कार्यक्रम में जनसमुदाय की सहभागिता एवं सहयोग लिया जाये। उक्त कार्यक्रम हेतु विकासखण्ड एवं जनपद स्तर के अधिकारियों से यह भी अपेक्षा है कि विभिन्न स्तरों पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की फोटोग्राफ एवं वीडियो आदि भी राज्य स्तर पर साझा किये जाये।