प्रदेश का पहला इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क धरातल पर

ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज में प्रस्तावित प्रदेश का पहला इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क अब धरातल पर उतर पाएगा। धामी सरकार ने पार्क की स्थापना के लिए 41 एकड़ (16.578 हेक्टेयर) राजस्व विभाग की भूमि मत्स्य विभाग को हस्तांतरित किए जाने का शासनादेश जारी कर दिया है। इस संबंध में सचिव राजस्व सचिन कुर्वे की ओर से जिलाधिकारी यूएसनगर को जरूरी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

केंद्र सरकार की एक्वा पार्क प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत प्रदेश को पहली बार पार्क की स्थापना के लिए 44.50 करोड़ का बजट मिला है। प्रथम किश्त के तौर पर केंद्र सरकार की ओर से 10.01 करोड़ रुपये भी जारी किए जा चुके हैं। अब जमीन का मसला भी सुलझ जाने से शीघ्र ही पार्क का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।
सितारंगज के ग्राम प्रहलाद में बनने वाले इस पार्क के तहत मत्स्य से जुड़ी तमाम योजनाओं को एक छत के नीचे संचालित किया जाएग। इसके तहत फिश प्रोसेसिंग यूनिट, होल सेल फिश मार्केट, फिश लैंडिंग सेंटर इत्यादि गतिविधियां संचालित की जाएंगी। यह पार्क मत्स्य पालकों और संबंधित हितधारकों के लिए बहुत ही अच्छी पहल हाेगी। इस पार्क के माध्यम से सरकार की करीब एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार देने की योजना है।

क्या-क्या होगा पार्क में
एक्वा पार्क में एक-एक पंगेशियस एवं तिलैपिया हैचरी, बायोपलॉक यूनिट, रीसर्कुलेशन यूनिट (आरएएस), ऑरनामेंटल फिशरीज हैचरी एवं रियरिंग यूनिट, प्रसस्करण यूनिट, प्रशिक्षण केंद्र, इन्क्युबेशन सेंटर, क्यारटाइन यूनिट आदि कार्य किए जाएंगे।

मछलियों के बीच उत्पादन का बड़ा केंद्र बनेगा पार्क
एक्वा पार्क में प्रति वर्ष उत्तम गुणवत्तायुक्त 1.8 करोड़ मत्स्य बीज का उत्पादन होगा। इसके अलावा 250 मीट्रिक टन मछलियों का उत्पादन, 28 सौ टन मछलियों का प्रसंस्करण आदि कार्य भी किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर प्रदेश में पहला इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क आकार लेने जा रहा है। भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही पार्क का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। पार्क की स्थापना केंद्र और राज्य सरकार के 90:10 के बजट में की जाएगी। पहली किश्त के तौर पर राज्य सरकार को 10 करोड़ रुपये की किश्त मिल चुकी है। यह पार्क प्रदेश में मत्स्य पालन से जुड़े लोगों के जीवन में खुशहाली लेकर आएगा।
– सौरव बहुगुणा, मत्स्य पालन मंत्री

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