छात्रवृत्ति के लिए छात्र-छात्रों को अब हर साल नहीं करना पड़ेगा आवेदन
प्रदेश के एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए राहत की खबर हैं। समाज कल्याण विभाग की ओर से दी जाने वाली विभिन्न 10 छात्रवृत्तियों के लिए उन्हें अब हर साल आवेदन नहीं करना पड़ेगा। एक बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद छात्र-छात्राओं को पूरी शैक्षणिक अवधि में छात्रवृत्ति मिलती रहेगी। समाज कल्याण विभाग आईटी सेल के नोडल अधिकारी गोरधन सिंह के मुताबिक छात्रों को छात्रवृत्ति के लिए अब बार-बार प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं होगी। छात्र-छात्राएं जब तक अध्ययनरत हैं, उन्हें एक बार रजिस्ट्रेशन के बाद छात्रवृत्ति मिलती रहेगी। यदि कोई छात्र बीच में पढ़ाई छोड़ता है और कुछ साल बाद शुरू करता है तो उन्हें फिर से छात्रवृत्ति के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करना होगा। पूर्व में जारी आवेदन नंबर दिए जाने के बाद उन्हें फिर से छात्रवृत्ति मिलने लगेगी। नोडल अधिकारी के मुताबिक शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के तहत राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से समाज कल्याण एवं जनजाति कल्याण विभाग की ओर से छात्रवृत्ति को लेकर सभी जिला समाज कल्याण अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय की ओर से उन्हें बताया गया है कि इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करें।
ये थी पुरानी व्यवस्था –
समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में छात्रवृत्ति के लिए छात्र-छात्राओं को हर साल आवेदन करना पड़ता था। नई व्यवस्था से उन्हें छात्रवृत्ति के लिए स्कूल, कालेज, एवं विभाग के दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगें न ही बार-बार प्रमाण पत्र देने होंगे। समाज कल्याण विभाग की ओर से जो 10 तरह की छात्रवृत्ति दी जा रही हैं। उन सभी के पोर्टल खोलने के लिए विभाग ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है।