उत्तराखंड में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया, मंदिरों से लेकर स्कूल-कॉलेज और वन मुख्यालय तक गूंजा देशभक्ति का स्वर

उत्तराखंड — उत्तराखंड के पर्वतीय और मैदानी इलाकों में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों, सरकारी कार्यालयों, विद्यालयों और खेल परिसरों में तिरंगे के रंग में रंगे आयोजन शुरू हो गए। हर जगह देशभक्ति गीत, नारे और शहीदों को नमन का भाव नजर आया।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर में आयोजन
श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ धाम, जोशीमठ, उखीमठ, देहरादून सहित समिति के अधीन सभी यात्री विश्राम गृहों, संस्कृत विद्यालयों और महाविद्यालयों में भव्य ध्वजारोहण समारोह हुए। बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने राष्ट्रध्वज फहराकर सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि देश की आजादी के लिए प्राणों का बलिदान देने वाले अमर सपूतों के सपनों को साकार करना हमारा कर्तव्य है।
ज्योर्तिमठ में उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ने स्वतंत्रता पूर्व काल को देखने वाली 15 वरिष्ठ महिला नागरिकों को सम्मानित किया। बदरीनाथ में रावल अमरनाथ नंबूदरी, केदारनाथ में सदस्य डॉ. विनीत पोस्ती, उखीमठ में उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण और देहरादून केनाल रोड कार्यालय में मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सहित कई स्थानों पर तिरंगा लहराया गया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में बच्चों ने देशभक्ति कविताओं और लोकगीतों से समां बांधा।
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, देहरादून
मुख्य अतिथि खेल मंत्री रेखा आर्या ने झंडारोहण कर युवाओं से कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प पूरा करने में उनका योगदान सबसे अहम होगा। उन्होंने हाल ही में अंडर-15 नेशनल बॉक्सिंग में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी मनीष कोरंगा को सम्मानित किया। खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि खेल से अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता विकसित होती है, जो राष्ट्र निर्माण के लिए जरूरी है।
एसजीआरआर विश्वविद्यालय और संस्थान
श्री दरबार साहिब परिसर में सज्जादे गद्दीनशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने राष्ट्रध्वज फहराकर देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारे त्याग, बलिदान और गौरव का प्रतीक है, इसे हमेशा सम्मान देना हम सबका धर्म है। विश्वविद्यालय प्रांगण में कुलपति डॉ. कुमुद सकलानी ने विद्यार्थियों से राष्ट्रहित में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। एनसीसी कैडेट्स के मार्च पास्ट, देशभक्ति गीतों और नृत्य प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज संस्थान में प्राचार्य डॉ. अशोक नायक ने ध्वजारोहण किया और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद किया।
जिलाधिकारी कार्यालय, देहरादून
कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम सविन बंसल ने झंडारोहण कर अधिकारियों, कर्मचारियों और आम जनता को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आजादी का अर्थ केवल अधिकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी भी है। सभी नागरिक ईमानदारी और निष्ठा के साथ देश के विकास में योगदान दें, यही सच्ची श्रद्धांजलि है। डीएम ने सभी से अपील की कि समाज में एकता, भाईचारा और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दें।
वन मुख्यालय देहरादून में सम्मान समारोह
स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर वन मुख्यालय देहरादून में प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा ने विभिन्न श्रेणियों — जैसे वन, वन्यजीव, पर्यावरण संरक्षण एवं वन सुरक्षा, योजनाओं-परियोजनाओं व सांख्यिकीय कार्य, मानव-वन्यजीव संघर्ष, आपदा प्रबंधन (राहत-बचाव कार्य), वनाग्नि नियंत्रण, वन विकास कार्य, वन पंचायतों का प्रबंधन और ईको-टूरिज्म — में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 25 वन विभाग के अधिकारियों/कार्मिकों और 11 वन पंचायत सरपंच, सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं अन्य व्यक्तियों को सम्मानित किया। उन्होंने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को दृढ़ इच्छाशक्ति और त्वरित निर्णय क्षमता के साथ पूर्ण मनोबल से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
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पूरे राज्य में गूंजा आजादी का जश्न
देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, श्रीनगर, टिहरी, पौड़ी, ऋषिकेश, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, नंदप्रयाग सहित सैकड़ों स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस के आयोजन हुए। स्कूल-कॉलेजों में वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, चित्रकला प्रदर्शनी और रैलियां निकाली गईं। महिला मंडलों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने झंडारोहण कर मिठाई वितरित की और जरूरतमंदों को वस्त्र व खाद्य सामग्री दी।
गांव-गांव में बच्चों ने हाथों में तिरंगा लेकर प्रभात फेरियां निकालीं और “भारत माता की जय” के नारों से माहौल गुंजायमान कर दिया।