डीएम सविन बंसल और सीडीओ अभिनव शाह ने टीबी मुक्त भारत के तहत मरीजों को लिया गोद
देहरादून – टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूत करने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने संयुक्त रूप से पहल की है। डीएम सविन बंसल ने टर्नर रोड निवासी एक महिला टीबी मरीज को गोद लेकर उसके उपचार और पोषण की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने मरीज को पोषण किट प्रदान की और आश्वासन दिया कि अगले छह माह तक मुफ्त इलाज और पोषण सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह की अध्यक्षता में शनिवार को जिला टीबी फोरम की बैठक आयोजित की गई। इसमें सामुदायिक सहभागिता बढ़ाते हुए जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए ठोस योजना पर कार्य करने के निर्देश दिए गए। सीडीओ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन स्वेच्छा से टीबी मरीजों को सहायता देकर निक्षय मित्र बन सकता है। उन्होंने अधिकारियों और संस्थानों से अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाने का आह्वान किया और स्वयं भी मरीज गोद लेने की घोषणा की।
बैठक में सीडीओ ने टीबी का सफल उपचार कराने और अभियान में योगदान देने वाले टीबी चैंपियनों को सम्मानित किया। कविता, कल्पना, मीनाक्षी, नेहा और आयुष ममगाई को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एम.के. वर्मा ने जानकारी दी कि निक्षय पोषण योजना के तहत मरीजों को इलाज के दौरान प्रतिमाह 1 हजार रुपये और उपचार पूरा होने पर 5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। देहरादून जिले में 5160 मरीजों के उपचार का लक्ष्य था, लेकिन अब तक 6408 मरीजों का उपचार किया जा चुका है। जिले में अब तक 1764 निक्षय मित्र पंजीकृत हो चुके हैं और 401 पंचायतों में से 184 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की गई हैं।
सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में 190 से अधिक निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं, लेकिन केवल 14 संस्थानों से ही टीबी उन्मूलन की जानकारी मिल रही है। उन्होंने सभी निजी अस्पतालों और संस्थानों को निर्देश दिया कि टीबी जांच और उपचार से संबंधित रिपोर्ट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए।
डीएम ने कहा कि टीबी का इलाज संभव है और सही समय पर उपचार, दवाओं का सेवन और पोषण से मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने में प्रशासन और समाज दोनों मिलकर योगदान दें।