प्रदेश में 900 शिक्षकों और कर्मचारियों का अटैचमेंट समाप्त, शिक्षा महानिदेशक ने दिए आदेश
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शिक्षा विभाग में गंभीर बीमार और विद्या समीक्षा केंद्र में अटैच शिक्षकों को छोड़कर बाकी सभी का अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। बताया गया है कि इस तरह के शिक्षकों की संख्या करीब 900 है। इसके बाद विभागीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने ऐसे शिक्षकों की रिपोर्ट तलब कर मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शिक्षा महानिदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कई शिक्षक और कर्मचारी अपने मूल विद्यालय को छोड़कर अन्य विद्यालयों एवं कार्यालयों में अटैच हैं। शिक्षा मंत्री ने 8 फरवरी 2025 को हुई बैठक में सभी शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त कर उन्हें मूल विद्यालय में भेजने के निर्देश दिए थे। अब इन शिक्षकों और कर्मचारियों की संबद्धता समाप्त कर दी गई है। शिक्षा महानिदेशक ने स्पष्ट किया कि जो शिक्षक शासनादेश के अनुरूप अटैच किए गए हैं, उनका अटैचमेंट समाप्त नहीं किया जाएगा।
इन शिक्षकों और कर्मचारियों को आवश्यकता वाले विद्यालयों एवं कार्यालयों में समायोजित किया जाएगा। इसके लिए निदेशालय के माध्यम से स्पष्ट प्रस्ताव महानिदेशालय को भेजा जाएगा, ताकि शासन से अनुमोदन लिया जा सके। आगे से केवल शासन के अनुमोदन के बाद ही शिक्षकों की कार्ययोजना के अनुसार तैनाती की जाएगी।
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यहां तैनात होंगे शिक्षक
शिक्षा महानिदेशक ने निर्देश में यह भी कहा कि शिक्षा सत्र की समाप्ति तक कुछ मामलों में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। ऐसे विद्यालय जहां पर्याप्त छात्र संख्या होने के बावजूद विषय शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इसके अलावा, सेवानिवृत्ति, तबादला, लंबे समय से छुट्टी पर रहने या अन्य कारणों से शिक्षक विहीन हो चुके विद्यालयों में भी शिक्षकों को तैनात किया जाएगा।
शासनादेश के अनुसार अटैच किए गए शिक्षकों को छोड़कर बाकी सभी का अटैचमेंट समाप्त कर दिया गया है। निदेशक को निर्देश दिया गया है कि ऐसे शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय के लिए कार्यमुक्त किया जाए और आवश्यकता वाले विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के लिए प्रस्ताव भेजा जाए।