एससी-ओबीसी के होनहारों को हर माह स्टाइपेंड देगी सरकार, UPSC-SSC की मिलेगी निशुल्क कोचिंग
अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के होनहारों को केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय की योजना के तहत गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में यूपीएससी, एसएससी की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। इसके लिए सितंबर के आखिरी सप्ताह में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) होगा, जिसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया गढ़वाल विवि ने शुरू कर दी है। चुने गए छात्रों को हर महीने केंद्रीय मंत्रालय से चार हजार रुपये स्टाइपेंड मिलेगा। मुख्य परीक्षा स्तर तक चुने जाने पर एकमुश्त 15 हजार रुपये मिलेंगे। गढ़वाल विवि की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, इस योजना के तहत एससी, ओबीसी के छात्रों को यूपीएससी सिविल सेवा सहित अन्य परीक्षा, एसएससी की परीक्षा और राज्य की सिविल सेवा परीक्षा की मुफ्त कोचिंग दी जाएगी।
एक साल होगी कोचिंग कोर्स की अवधि
कुल 100 सीटें हैं, जिनमें से 70 सीटें एससी और 30 सीटें ओबीसी छात्रों के लिए आरक्षित हैं। दोनों में 33 प्रतिशत सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित होंगी। चुने जाने वालों से कोर्स फीस ली जाएगी, लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्रालय की ओर से पूरी रिफंड कर दी जाएगी।
अगर कोई छात्र लगातार चार दिन तक बिना वाजिब कारण बताए क्लासेज से गैरहाजिर हो जाएगा तो उसे योजना से बाहर कर दिया जाएगा। हर छात्र की आधार बेस्ड बायोमीट्रिक हाजिरी लगेगी, जिसकी रिपोर्ट हर महीने गढ़वाल विवि की ओर से मंत्रालय को भेजी जाएगी। कोचिंग कोर्स की अवधि एक साल होगी और एसएससी के कोचिंग कोर्स की अवधि छह से नौ महीने की होगी। सीईटी परीक्षा के लिए श्रीनगर, देहरादून और रुड़की में केंद्र बनाए जाएंगे।