राजकीय अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की कमी नहीं हो रही दूर, 1564 पदों की अंतिम चयन सूची लटकी

राजकीय अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की कमी नहीं हो रही दूर, 1564 पदों की अंतिम चयन सूची  लटकी

स्वास्थ्य विभाग में 1,564 नर्सिंग पदों की भर्ती में दस्तावेज सत्यापन के बाद भी अंतिम चयन सूची लटकी हुई है। इन पदों की भर्ती उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से की जा रही है। बोर्ड ने 30 मई से 30 जून तक अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया। दो माह बीतने के बावजूद अंतिम परिणाम घोषित नहीं हुआ है। भर्ती में देरी से राजकीय अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ की कमी दूर नहीं हो पा रही है। स्वास्थ्य विभाग में तीन हजार से अधिक नर्सिंग अधिकारियों के पद खाली हैं। 12 सालों बाद स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग पदों पर भर्ती की गई। वर्षवार मेरिट के आधार पर इन पदों की भर्ती की जा रही है। इसमें पांच हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने मई व जून महीने में अभ्यर्थियों के शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन किया, लेकिन अभी तक अंतिम चयन परिणाम घोषित नहीं किया है।

स्वास्थ्य सेवाएं भी हो रही प्रभावित
बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजल्वाण का कहना है कि राजकीय अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग अधिकारी के सैकड़ों पद खाली पड़े हैं। कहा, भर्ती प्रक्रिया में देरी के चलते खाली पदों को भरा नहीं जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि शीघ्र ही नर्सिंग अधिकारी के 1564 पदों का परिणाम घोषित किया जाए। साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 1383 नर्सिंग पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।

नर्सिंग अधिकारी पदों की भर्ती के लिए सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। नर्सिंग काउंसिल से अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापित किया जा रहा है। जल्द ही अंतिम चयन सूची जारी की जाएगी। -डॉ. डीएस रावत, अध्यक्ष उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड

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