गोरखपुर में120 ऐसे बूथ रहे, जहां रात नौ बजे तक वोट पड़े
गोरखपुर, गोरखपुर में बनाए गए 4657 बूथों में से शायद ही ऐसा कोई बूथ रहा हो जहां 650 से अधिक मतदाताओं की संख्या थी, इसके बावजूद जिले में मतदान रात 11 बजे के बाद समाप्त हो सका। करीब 120 ऐसे बूथ रहे, जहां रात नौ बजे तक वोट पड़े जबकि 30 बूथों पर रात 10 बजे के बाद मतदान हुआ। करीब चार ऐसे बूथ रहे जहां रात 11 बजे के बाद भी वोट डाले गए। खोराबार ब्लाक के छितौना, पोछिया ब्रह्म स्थान एवं भटहट क्षेत्र के औरंगाबाद के भरवलिया में रात 11.15 बजे भी बूथ पर मतदाता मौजूद रहे।
30 से अधिक बूथों पर रात 10 बजे के बाद सील की जा सकी मतपेटिका
देर तक मतदान चलने के कारण कई स्थानों पर पीठासीन अधिकारी एवं मतदाताओं के बीच नोकझोक भी हुई। पिपराइच संवाददाता के अनुसार मिटिहिनिया सोमाली में देर रात तक मतदाताओं की लंबी कतार लगी रही। यहां टोकन देने को लेकर मतदाताओं एवं पीठासीन अधिकारी के बीच विवाद हो गया। मतदाताओं का आरोप था कि बूथ संख्या 211 एवं 212 पर पीठासीन अधिकारी चुनिंदा लोगों को टोकन देकर गेट के अंदर करने की बात कह रहे थे। शेष लोगों को फर्जी बताया जा रहा था। उनका कहना था कि केवल 10 लोगों को ही टोकन दिया गया था।
अधिकारियों ने सुलझाया विवाद
सेक्टर मजिस्ट्रेट के पहुंचने के बाद भी विवाद चलता रहा। बाद में उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो सका। तय हुआ कि जितने मतदाता लाइन में हैं, सभी वोट डालेंगे। यहां रात 10 बजे तक मतदान चलता रहा। विवाद के समय भी वहां करीब 100 मतदाता मौजूद थे। यहां दोनों बूथ मिलाकर कुल 807 मतदाता थे। ब्रह्मपुर के इटौवा के बूथ संख्या 122 पर रात 9.20 तक वोट डाला गया। पिपरौली के ग्राम सभा गुरौली में रात 9.25 बजे तक वोष्ट पड़ा।
यहां वोट डालने पहुंचे परशुराम निषाद को बताया गया कि उनका वोट पहले ही पड़ चुका है। इसपर उन्होंने विरोध शुरू कर दिया। कुसम्ही संवाददाता के अनुसार पिपराइच क्षेत्र के ग्राम सभा चनगही व गौरा में रात 11 बजे तक वोट पड़े। सरदारनगर के डुमरी खुर्द में बूथ संख्या 97 पर रात 10 बजे के बाद तक मतदान हुआ। सहजनवां संवाददाता के अनुसार ब्लाक के रेवड़ा और पाली ब्लाक के अमसार में रात 10.40 बजे तक मतदान किया गया।
जिला पंचायत सदस्य पद के मतपत्र के लिए करना पड़ा इंतजार
पिपरौली ब्लाक के ग्राम सभा सरैया के बूथ संख्या 224 पर मतदान के दौरान शाम करीब पांच बजे जिला पंचायत सदस्य पद का मतपत्र समाप्त हो गया। कुछ लोगों ने मतदान न कर पाने का आरोप लगाया। पीठासीन अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि कुछ समय तक जिला पंचायत सदस्य पद का बैलेट पेपर समाप्त हुआ था। पर, कुछ देर बाद मंगा लिया गया।
इसी तरह पाली ब्लाक के ग्राम सभा सुरगहना में शाम सात बजे के करीब कुछ ग्रामीणों ने पीठासीन अधिकारी पर गलत तरीके से मतदान का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार अमित कुमार सिंह ने मामला शांत कराया। तहसीलदार शशिभूषण पाठक ने बताया कि मतपेटी सील करते समय दो मतपत्र नीचे गिर गए थे, उसे ही उठाकर डाला गया। ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कर लिया गया है।