यूजीसी प्रमुख ने उत्तराखंड सरकार को दी यह सलाह
NEP 2020 विरोध देश की तरक्की का विरोध
NCERT की पुस्तकों के विरोध में कथित विशेषज्ञ
प्रो कुमार ने बताया कि बदलाव की प्रक्रिया में सभी स्टेकहोल्डर से फीडबैक लिया जाता है। इनमें से कुछ कथित अकादमिक विशेषज्ञ विरोध करने लग जाते हैं। अभी भी कुछ कथित अकादमिक विशेषज्ञ नाम हटाने को कह रहे हैं। उसके राजनीतिक कारण भी हो सकते हैं।
फिल्म आदिपुरुष और जेएनयू विवाद पर भी बोले यूजीसी प्रमुख
वहीं, फिल्मों के जरिये इतिहास और संस्कृति की नई और विवादित तस्वीर पेश किए जाने और फिल्म आदिपुरुष में छिड़े घमासान पर बोलते हुए यूजीसी प्रमुख ने कहा कि फिल्म मेकर्स और कलाकारों की अभिव्यक्ति आाजादी का सम्मान है लेकिन उन्हें लोगों की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए। श्रीराम और हनुमान करोड़ों लोगों की आस्था, आदर्श और प्रेरणा का केंद्र हैं। उनका सम्मान रखना चाहिए।
बुरा लगता है जब पीएचडी होल्डर चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करते हैं : प्रो डंगवाल
प्रो डंगवाल ने जोर दिया कि आज शिक्षा और उद्यम जगत में तालमेल होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बुरा लगता है जब सबसे बड़ी डिग्री पीएचडी होल्डर चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करने के लिए पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थितियों में बदलाव जरूरी है। उम्मीद है नई शिक्षा नीति में मल्टीपल एंट्री एग्जिट का प्रावधान छात्रों को नई सहूलियत और विकल्प प्रदान करेगा। प्रो डंगवाल ने कहा कि एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट देश के इतिहास की सबसे बड़ी पहल है। इसका स्वागत होना चाहिए। इसको धरातल पर सही से उतारने का प्रयास हो तो तकदीर बदलने वाली है।
डिजिटल मार्केटिंग बदल सकती है तकदीर : डॉ घनशाला
उन्होंने कहा कि हमने 1998 में राज्य का पहला प्रोफेशनल कॉलेज खोला था। आज यह ग्रुप बना गया है और ऐसे कई और संस्थान भी खुले हैं। इस क्षेत्र में रोजगार परक नए कौशल विकास युक्त पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकते हैं। डीम्ड यूनिवर्सिटीज के संबंध में यूजीसी के नए नियम काफी अच्छे हैं। मल्टीपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम, ड्यूल डिग्री कार्यक्रम अच्छी पहल है।