स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य आयुक्त बनाने पर विचार

देहरादून, 3 अगस्त — उत्तराखंड में हालिया स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं को देखते हुए सरकार अब स्वास्थ्य सेवाओं में बुनियादी बदलाव की तैयारी में है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शनिवार को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आर.के. सुधांशु ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर व्यापक सुधारों की रूपरेखा तय की। बैठक में निर्देश दिए गए कि प्रदेश में स्वास्थ्य आयुक्त की नियुक्ति पर गंभीरता से विचार किया जाए और इस संबंध में एक स्पष्ट और ठोस प्रस्ताव शासन को शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। साथ ही, सभी मेडिकल कॉलेजों में एम्स की तर्ज पर डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन का पद सृजित करने के प्रस्ताव पर भी मंथन हुआ।
प्रमुख सचिव ने सभी जिला और उप-जिला चिकित्सालयों में हेल्पडेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए, जहां अनिवार्य रूप से पीआरओ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। मरीजों और तीमारदारों को सहायता देने के लिए यह व्यवस्था अहम मानी जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से रोस्टर के आधार पर जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती की भी बात कही। बैठक में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अस्पतालों में मौजूद हेल्प डेस्क और आयुष्मान मित्रों की व्यवस्था को और अधिक सशक्त करने के निर्देश भी दिए गए। भीड़ नियंत्रण और मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ओपीडी के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग सिस्टम को और प्रभावी बनाया जाएगा।
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प्रमुख सचिव ने कहा कि हाल की लापरवाहियों और अव्यवस्थाओं की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से इन घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट तत्काल शासन को उपलब्ध कराने को कहा है।
बैठक में सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा, निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. शिखा जंगपांगी और निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना उपस्थित रहे।