उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की योजना एल्डरलाइन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की तारीफ

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की योजना एल्डरलाइन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की तारीफ

लखनऊ, बुजुर्गों की सेवा करने और उनकी मानसिक व शारीरिक परेशानियों को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की योजना ‘एल्डरलाइन’ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारीफ की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है। राज्य में बीते दिनों समाज कल्याण विभाग की ओर से नेशनल एक्शन प्लान फार सीनियर सिटीजन के तहत प्रदेश में बुजुर्गों की सेवा के लिए हेल्पलाइन नंबर 14567 जारी किया गया है। इसके माध्यम से वृद्धजन अपने दुख और तकलीफों के साथ किसी भी तरह की समस्या के समाधान के लिए सम्पर्क कर सकते हैं। इस एल्डर हेल्पलाइन के संचालन की जिम्मेदारी यूपीकॉन को दी गई है।

कोरोना संक्रमण काल के दौरान 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रोजेक्ट एल्डरलाइन शुरू किया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारते हुए टोल फ्री हेल्पलाइन 14567 शुरू की। इस प्रोजेक्ट को टाटा ट्रस्ट और एनएसई फाउंडेशन की सहायता से चलाया जा रहा है, जिसे प्रधानमंत्री ने अच्छी पहल बताया है। इस पर सीएम योगी ने भी प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए ट्वीट किया- ‘आपके सर्वसमावेशी मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास से ही प्रेरणा लेकर उत्तर प्रदेश सरकार अपने प्रदेश के वृद्ध नागरिकों को प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के माध्यम से सहयोग, भावनात्मक देखभाल और समर्थन देने का कार्य कर रही है। सभी प्रदेशवासियों की ओर से आपकी आत्मीय प्रशंसा हेतु आभार।’

कोरोना काल में उत्तर प्रदेश वयोवृ्द्ध लोगों को भावनात्मक सहयोग, स्वास्थ्य और कानूनी सहायत देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जब से उत्तर प्रदेश की बागडोर संभाली है, राज्य के जरूरतमंद, कमजोर और वंचित वर्ग की सुरक्षा और सर्वांगीण कल्याण उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने अपनों से बिछड़े, सड़क व फुटपाथ पर जीवन बिताने को मजबूर बुजुर्गों के लिए भी पहल की है और ‘एल्डरलाइन’ नाम की योजना लॉन्च की है। बेसहारा बुजुर्ग नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने और बीमारी से बचाने के लिए प्रोजेक्ट एल्डरलाइन के तहत टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14567 की व्यवस्था की गई है।

समाज कल्याण विभाग के निदेश राकेश कुमार ने बताया कि नेशनल एक्शन प्लान फार सीनियर सिटीजन के तहत उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार की ओर से बुजुर्गों के लिए एक खास सेवा शुरू की गई है। इस सेवा में जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके कोई भी बुजुर्ग मानसिक, शारीरिक, आर्थिक या सामाजिक जैसी किसी भी प्रकार की समस्या को साझा कर सकता है। सेवा में लगी टीम उन समस्याओं के निस्तारण के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराती हैं।

कोरोना काल में इस टोल फ्री नंबर के जरिए जानकारी मिलने पर ऐसे अनेक बुजुर्गों की मदद सरकार ने की है। उनके स्वास्थ्य की चिंता करना, समय पर उनको इलाज दिलाना और साथ में भावनात्मक सहयोग देने का काम उत्तर प्रदेश में ‘प्रोजेक्ट एल्डरलाइन’ के तहत बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। यूपीकॉन की ओर से इस सेवा के लिए यूपी के 75 जिलों में 35 रेस्पॉन्स ऑफिसर की तैनाती की गई है। ये आपात स्थिति में मौके पर पहुंच कर मुसीबत का सामना कर रहे वृद्धजन की मदद भी करते हैं। टीम ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर कई कॉल्स ऐसे आते हैं, जिनकी फोन पर बातचीत के दौरान सहायता नहीं हो पाती है। एसे में रेस्पॉन्स ऑफिसर पुलिस टीम व अन्य की सहायता से बुजुर्ग तक पहुंचकर उनकी मदद करते हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी के 75 जिलों में वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं और बीमारी से बचाव के उपाय बताने में टोल फ्री हेल्पलाइन बड़ा सहयोग दे रही है। राज्य में महामारी के दौरान हेल्पलाइन 14567 जरूरतमंद बुजुर्गों को इलाज दिलाने और उनको दवाईयां पहुंचाने समेत अन्य सुविधाएं मुहैया करा रही है। यूपी में यह सुविधा 14 मई से लागू की गई है। प्रत्येक दिन विभिन्न जिलों से जरूरतमंदों के 80 से 90 फोन आ रहे हैं। सुबह आठ बजे से शाम के आठ बजे तक कॉल सेंटरों के माध्यम से बुजुर्गों की सहायता की जा रही है। टोल फ्री हेल्पलाइन पर फिजियोथेरेपी, स्वास्थ्य संबंधी, मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं और शिकायतों के साथ कानूनी मु्ददों पर जानकारी के लिये आने वाले प्रश्नों का त्वरित समाधान भी किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को टाटा ट्रस्ट्स और एनएसई फाउंडेशन की सहायता से संचालित किया जा रहा है।

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