कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहर के बेटे समेत 11 पार्षदों ने जिला अध्यक्ष की दोबारा नियुक्ति पर दिया इस्तीफा

कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहर के बेटे समेत 11 पार्षदों ने जिला अध्यक्ष की दोबारा नियुक्ति पर दिया इस्तीफा

रुद्रपुर: उत्तराखंड कांग्रेस में अंदरूनी कलह उस समय और तेज हो गई जब हिमांशु गावा को दोबारा जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया। विरोध स्वरूप किच्छा विधायक तिलक राज बेहर के बेटे सौरभ बेहर सहित 10 अन्य पार्षदों ने सामूहिक रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सभी ने अपने इस्तीफे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भेजे हैं।

नाराज़ पार्षदों ने आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष के चयन में पार्टी नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं की राय की अनदेखी की। उनका कहना है कि रुद्रपुर में आंतरिक सर्वे कर कई नाम भेजे गए थे, लेकिन फिर भी उसी व्यक्ति को पद सौंप दिया गया। एक पार्षद ने सवाल किया, “अगर नेतृत्व ने पहले ही फैसला कर लिया था, तो सर्वे कराने का क्या मतलब था?”

मंगलवार को कांग्रेस हाईकमान ने हिमांशु गावा को जिला अध्यक्ष, ममता रानी को रुद्रपुर शहर अध्यक्ष और अल्का पाल को काशीपुर शहर अध्यक्ष नियुक्त किया था। पार्षदों ने स्पष्ट किया कि उन्हें महिला पदाधिकारियों की नियुक्ति से आपत्ति नहीं है, परंतु उनका मानना है कि जिले में नया चेहरा लाया जाना चाहिए था।

इस्तीफा देने वालों में पार्षद सुशील मंडल (वार्ड 4), इंदरजीत सिंह (36), गौरव खुराना (30), परवेज कुरैशी (20), सौरभ बेहर (39), शुभम दास (3), मधु शर्मा (27), अंजलि (23), गौरव गिरी (32), मोहम्मद अशफा (13) और शन्नो (26) शामिल हैं।

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किच्छा विधायक तिलक राज बेहर ने भी फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “जिला अध्यक्ष अपनी एक भी उपलब्धि बता दें। उन्होंने संगठन के लिए कुछ नहीं किया, सिर्फ एक व्यक्ति को खुश करने में लगे रहते हैं और भाजपा के खिलाफ कभी आवाज नहीं उठाई।” बेहर ने नेतृत्व पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि इसका खामियाजा पार्टी को 2027 के चुनाव में भुगतना पड़ेगा।

Saurabh Negi

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