14 जुलाई को होगी उत्तराखंड पीसीएस प्री परीक्षा

14 जुलाई को होगी उत्तराखंड पीसीएस प्री परीक्षा

पीसीएस प्री परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर नए नकलरोधी कानून के तहत कार्रवाई होगी। उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाएगा। राज्य लोक सेवा आयोग ने परीक्षा को लेकर जरूरी अपील जारी की है। न आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत के मुताबिक, 14 जुलाई को परीक्षा प्रदेश में 405 केंद्रों पर दो पालियों में होगी। उन्होंने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परीक्षा को निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए आयोग और शासन की ओर से सुरक्षा व गोपनीयता से संबंधित जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा चुकी हैं। सभी परीक्षा केंद्रों और उनके निकटवर्ती स्थानों पर पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है। उन्होंने सभी परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति के बहकावे में न आएं। अफवाहों से दूर रहें। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार के अनुचित साधनों का प्रयोग या परीक्षा की गोपनीयता भंग करने के प्रयास करने वालों के खिलाफ उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा नकल विरोधी अधिनियम 2023 व अन्य संगत कानूनी प्रावधानों के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।

ऐसे अभ्यर्थियों को आयोग सभी परीक्षाओं से आजीवन डिबार कर सकता है। उन्होंने ये भी अपील की है कि मानसून को देखते हुए परीक्षा केंद्र तक समय से पहले पहुंच जाएं ताकि असुविधा न हो।

14 जुलाई को होगी पीसीएस प्री परीक्षा, संवेदनशील केंद्रों की अलग से की जाएगी निगरानी –

दूसरी तरफ पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने भी सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि संवेदनशील परीक्षा केंद्रों का चिह्निकरण करके उनकी अलग से निगरानी की जाए। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को 14 जुलाई को प्रस्तावित उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के सफल एवं शुचितापूर्ण आयोजन संबंधी निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि परीक्षा में तैनात समस्त अधिकारियों एवं जिले के सभी परीक्षा केंद्रों के केंद्र पर्यवेक्षकों की परीक्षा से दो दिन पूर्व ब्रीफिंग डीएम, एसएसपी की अध्यक्षता में की जाए। सभी केंद्र व्यवस्थापक अनिवार्य रूप से इसमें शामिल हों। केंद्र पर्यवेक्षकों, व्यवस्थापकों को परीक्षा की शुचिता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वांछित उपाय सख्ती से बरतने के निर्देश जारी किए जाएं।

सभी कक्ष निरीक्षक, सचल दल व तैनात अन्य कार्मिक पूर्ण निष्ठा से काम करें। परीक्षा संबंधी सभी व्यवस्थाओं की जानकारी विभिन्न माध्यमों से जिलों में प्रसारित की जाएं। सभी परीक्षा केंद्रों का संवेदनशीलता के आधार पर वर्गीकरण करते हुए परीक्षा तिथि को इसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट व फ्लाइंग स्क्वाड अतिरिक्त पुलिस बल, एलआईयू तैनात किए जाएं। दूरस्थ एवं संवेदनशील केंद्रों में अलग से डेडिकेटेड सेक्टर मजिस्ट्रेट निगरानी करेंगे। केंद्रों में संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रश्नपत्रों, परीक्षा सामग्री का प्रति पाली अलग संकलन करके जमा कराएंगे। परीक्षा तिथि से पहले ही स्थानयी एलआईयू व एजेंसी सक्रिय बनी रहें।

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उन्होंने कहा है कि कुछ सेक्टर मजिस्ट्रेट केवल गोपनीय सामग्री को परीक्षा केंद्र तक लाने और वापस डाकघर तक ले जाने में ही व्यस्त रहते हैं। परीक्षा केंद्रों पर व्यापक पर्यवेक्षण की जरूरत को देखते हुए जिले के अन्य अधिकारियों को भी तैनात किया जाए। पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अफसर भी परीक्षा के दौरान केंद्रों का भ्रमण व निगरानी करेंगे। वर्षाकालीन मौसम को देखते हुए आवागमन सुचारू रखने के लिए अवरुद्ध मार्गों को तत्परता से खोला जाए।

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