पीएम पोषण योजना में तीन करोड़ का घपला, जांच समिति गठित; शिक्षा विभाग और बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्ध

देहरादून, 22 जुलाई— प्रधानमंत्री पोषण योजना (पूर्व मिड-डे मील) में उत्तराखंड में तीन करोड़ रुपये के घपले की जांच शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग की इस योजना में सामने आए वित्तीय घोटाले को लेकर अपर निदेशक गढ़वाल कंचन देवराड़ी की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। समिति में शिक्षा विभाग के वित्त नियंत्रक हेमेंद्र गंगवार को भी शामिल किया गया है।
शिक्षा महानिदेशक दीप्ति सिंह ने समिति को दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। जांच टीम ने सोमवार से इस मामले में विभागीय स्तर पर छानबीन शुरू कर दी है।
अपर निदेशक कंचन देवराड़ी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला गंभीर प्रतीत हो रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, करोड़ों रुपये बैंक खाते से ट्रांसफर हो जाने के बावजूद विभाग के पास एक बार भी ओटीपी नहीं आया, जो इस पूरे मामले को संदिग्ध बनाता है।
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सूत्रों के मुताबिक, इस फर्जीवाड़े में कुछ बैंककर्मियों की भी संलिप्तता मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि किसी बैंक कर्मचारी की मिलीभगत के बिना इतने बड़े घोटाले को अंजाम नहीं दिया जा सकता। शिक्षा विभाग अब इस पूरे मामले में तकनीकी व बैंकिंग पक्षों की गहन जांच कर रहा है। रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।