मार्च 2025 तक राज्य के शत प्रतिशत गांव में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू करना हमारा लक्ष्य: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून के परेड मैदान में ‘स्वच्छता ही सेवा-2024’ कार्यक्रम के दौरान घोषणा की कि मार्च 2025 तक उत्तराखंड के सभी गांवों में कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मौके पर उन्होंने क्रॉस कंट्री मैराथन दौड़ को भी फ्लैग ऑफ किया और उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण किया और बालिकाओं को किशोरी किट का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की स्वच्छता के प्रति सजगता और निष्ठा पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत मोदी जी के जन्मदिवस से हो रही है और यह 2 अक्टूबर तक चलेगा।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब तक उत्तराखंड में 5 लाख 37 हजार से अधिक शौचालय विहीन परिवारों के लिए शौचालयों का निर्माण किया गया है और 2600 से अधिक स्वच्छता कॉम्प्लेक्स बनाए गए हैं। 9000 से अधिक गांवों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन का काम पूरा किया गया है और 77 विकासखंडों में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाइयों की स्थापना की जा चुकी है। देहरादून को भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई है, जहां राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत इसे देश के पांच सबसे स्वच्छ शहरों में स्थान दिया गया है। नगर निगम देहरादून द्वारा स्वच्छता से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 24×7 काम करता है।
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स्वच्छता और विकास की दिशा में उत्तराखंड का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता के मामले में उत्तराखंड तेजी से आगे बढ़ रहा है और राज्य का लक्ष्य है कि मार्च 2025 तक सभी गांवों में कचरा प्रबंधन का कार्य शुरू हो जाए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की स्वच्छता थीम ‘स्वभाव स्वच्छता और संस्कार स्वच्छता’ है, जो लोगों के स्वभाव और संस्कार में स्वच्छता की भावना को प्रोत्साहित करती है।