विश्व अंगदान दिवस पर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने किडनी दानदाताओं को किया सम्मानित, अब तक 30 सफल प्रत्यारोपण

देहरादून, 14 अगस्त — विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर कल (13 अगस्त) श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने किडनी दानदाताओं को सम्मानित कर समाज में अंगदान की प्रेरणा को आगे बढ़ाया। बुधवार को आयोजित इस विशेष समारोह में दानदाताओं को सम्मान-पत्र और पुरस्कार देकर उनके निस्वार्थ योगदान को नमन किया गया।
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज के प्राचार्य डॉ. अशोक नायक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल मलिक और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय पंडिता ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि “अंगदान किसी अजनबी को दिया गया जीवन का सबसे बड़ा तोहफा है। एक मृत व्यक्ति अपने अंगों से आठ लोगों को नया जीवन दे सकता है।”
उन्होंने पिछले वर्ष का एक प्रेरक उदाहरण साझा किया, जिसमें 19 वर्षीय युवक की असमय मृत्यु के बाद उनके परिवार ने साहसिक निर्णय लेते हुए उनकी दोनों किडनी, लिवर और आंखें दान कीं। इस कदम से चार गंभीर मरीजों को जीवन मिला और दो लोगों की दृष्टि लौटी।
डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि अब तक श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 30 सफल किडनी प्रत्यारोपण किए जा चुके हैं। अस्पताल के पास अत्याधुनिक सुविधाएं और अनुभवी चिकित्सकों की टीम है, जिसमें डॉ. आलोक कुमार, डॉ. विवेक रुहेला, डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. कमल शर्मा, डॉ. विवेक विज्जन और डॉ. विमल कुमार दीक्षित शामिल हैं। उन्होंने अंगदान की प्रक्रिया, जागरूकता और परिवार की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा की।
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कार्यक्रम में डॉ. डोरछम ख्रेमे और किडनी ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर सुषमा कोठियाल भी उपस्थित रहे। उपस्थित सभी ने संकल्प लिया कि अंगदान के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना ही सबसे बड़ी सेवा है।