भारी बारिश के कारण आकाशीय बिजली गिरने से हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड के पास ट्रांसफार्मर समेत दीवार ध्वस्त
हरिद्वार में रात में हुई तेज बारिश के कारण हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड के पास की दीवार पर रखे गए बिजली के ट्रांसफार्मर पर आकाशीय बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर समेत दीवार ध्वस्त हो गई। घटना के वक्त आसपास किसी के ना होने के कारण जान के नुकसान की फिलवक्त का कोई सूचना नहीं है, जबकि इससे क्षेत्र की बिजली बाधित हो गई। पुलिस प्रशासन और श्री गंगा सभा के सेवादारों ने आसपास बैरिकेडिंग लगाकर श्रद्धालुओं का हर की पैडी ब्रह्मकुंड पर जाना रोक कर क्षेत्र में फैले मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
वहीं, दून शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार सुबह से ही रिमझिम बारिश हुई। इससे मौसम सुहावना हो गया। वहीं, आने वाले दो दिनों में देहरादून, मसूरी क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है। उधर, बारिश के कारण हुए भूस्खलन से बदरीनाथ हाइवे नंदप्रयाग के पास व भनारपानी में बंद है।
बीते रोज रायपुर, मालदेवता व जाखन क्षेत्र में बारिश हुई और पारे में भी गिरावट दर्ज की गई। देर शाम साढ़े सात बजे शहर में कुछ मिनटों तक झमाझम बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले दो दिनों में देहरादून, मसूरी व आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं एक से दो दौर तेज बारिश के हो सकते हैं। सोमवार को लच्छीवाला क्षेत्र में भी कुछ देर तेज बारिश हुई। सुबह आठ बजे आइएसबीटी, कारगी चौक, बंजारावाला, मोथरोवाला में करीब आधे घंटे तेज बारिश की बौछारें पड़ी। जबकि प्रिंस चौक, राजपुर रोड चकराता रोड, बल्लूपुर चौक आदि क्षेत्र में केवल बूंदाबांदी ही हुई। लेकिन दिनभर बादल छाये रहने से अधिक गर्मी नहीं हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले दो दिनों में देहरादून, मसूरी क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है।
बारिश से पुश्ता ढहा, घरों में घुसा पानी
राजपुर स्थित सुमन नगर, काठबंगला क्षेत्र में पुश्ते का आधा हिस्सा ढहने से कई घरों में पानी और मलबा घुस गया। इससे स्थानीय बाशिंदों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत ये रही कि पुश्ता पूरा नहीं टूटा अन्यथा किसी की जान भी जा सकती थी। हादसे के बाद विधायक जोशी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया।
स्थानीय निवासी गोविंद ठाकुर और गोविंद जोशी ने बताया रविवार रात को जब घर के अंदर पानी आना शुरू हुआ और देखते ही देखते करीब आठ फुट पानी भर गया। इससे घर में रखा सारा सामान खराब हो गया। हालांकि समय रहते उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था। देर रात जब बारिश थमी तो तब जाकर उन्होंने राहत की सांस ली।
उन्होंने बताया कि पुश्ता गिरने के कारण अब ऊपर से नाली बन गई है। भविष्य में यदि तेज बारिश होती है तो कई लोगों के लिए खतरा पैदा हो सकता है। घटना की सूचना मिलने पर मसूरी के विधायक गणोश जोशी ने प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया और आवश्यक सुरक्षात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विधायक जोशी ने बताया कि विमला जोशी के घर के नीचे का पुश्ता पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और गोविंद ठाकुर के घर में पानी घुसने से घर का सामान क्षतिग्रस्त हो गया है।
उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द पुश्ता निर्माण के आदेश दिया। कहा कि बारिश के चलते दूसरे घर भी आपदा की ग्रस्त में आ सकते हैं। जोशी ने प्रभावित हुए लोगों को आपदा मद से आर्थिक सहायता देने को भी कहा। उन्होंने क्षेत्रवासियों से बारिश में जमीन ना खोदने और खुद अपना ख्याल रखने की अपील भी की।
23 घंटे बाद खुला बदरीनाथ हाईवे
उत्तराखंड को फिलहाल बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की आशंका है। इस बीच दुश्वारियों का दौर बना हुआ है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे दो स्थानों पर बंद था, जिसे सोमवार शाम करीब 23 घंटे बाद खोल दिया गया है। हालांकि इससे पहले दिन में एसडीआरएफ की निगरानी में पैदल आवाजाही कराई गई।