Women’s Day Special:- देश को इन पर नाज़ है

Women’s Day Special:- देश को इन पर नाज़ है

दिल्ली-कौन कहता है इनके लफ़्ज़ों में आवाज़ नहीं है… कौन कहता है इनके सपनों में आग नहीं है… कौन कहता है ये बेड़ियों में बंधी पैरों की खनकती पायल हैं… कौन कहता है इनकी चूड़ियों में वो अंदाज़ नहीं है… इनकी ख़ामोशियां जब-जब टूटी हैं, ज़माने में इन्हीं की आवाज़ गूंजी है… इनके ख़्वाबों ने जब पंख फैलाए हैं… सितारे ज़मीन पर उतर आए हैं… अब मत कहना कि दम नहीं है, तो पहन लो चूड़ियां… अब मत कहना कि कमज़ोरी की निशानी होती हैं साड़ियां… क्योंकि अब कुछ भी साबित करना ज़रूरी नहीं, बेजोड़-बेमिसाल हैं हमारी बहन-बेटियां…! भारत की बेटियां हर क्षेत्र में नाम कमा रही हैं और हमें कई वजह दे रही हैं कि हम उन पर नाज़ करें. इन्हीं में से कुछ का हम यहां ज़िक्र कर रहे हैं, जिनका ज़िक्र नहीं हो पाया, उन्हें भी हमारा सलाम!निर्मला सीतारमण: भारत की पहली फुल टाइम महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण अपनी बेबाक़ी और कठोर निर्णय लेने के लिए जानी जाती हैं. रक्षा से जुड़े कई अहम् मुद्दों पर इन्होंने सबका ध्यान आकर्षित कियातान्या सन्याल: एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा नियुक्त की गई पहली महिला फायर फाइटर हैं.उषा किरन: कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) का हिस्सा बननेवाली सबसे युवा सीआरपीएफ ऑफिसर बनीं, जो छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली क्षेत्र में कार्यरत हैं. कोबरा दरअसल, सीआरपीएफ की स्पेशलाइज़्ड यूनिट होती है, जो गुरिला टैक्टिक्स और जंगल वॉरफेयर में माहिर मानी जाती है.राहीबाई सोमा पोपरे: अहमदनगर ज़िले से ताल्लुक रखनेवाली राहीबाई किसान हैं, जिन्हें ‘महाराष्ट्र की सीड मदर’ के नाम से भी जाना जाता है. एग्रो-बायोडायवर्सिटी और पैडी कल्टिवेशन में माहिर राहीबाई को बीबीसी ने मोस्ट इन्फ्लूएंशियल एंड इंस्पायरिंग वुमन 2018 की सूचि में शामिल किया है.मनु भाकर: 16 वर्षीय मनु सबसे युवा भारतीय बनीं, जिसने शूटिंग वर्ल्ड कप में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया.मेनका गुरुस्वामी: एक वकील के तौर पर सालों तक लड़ाई की और अंतत: सेक्शन 377 को सुप्रीम कोर्ट ने जब स्क्रैप किया, तो इन्हें जीत मिली.प्रीति हरमन: change.org की ग्लोबल हेड प्रीति एकमात्र भारतीय हैं, जिन्हें ओबामा फेलोशिप के लिए चुना गया. यह फेलोशिप दुनियाभर में मात्र 20 लोगों को ही दी जाती है.मेरी कॉम: वर्ल्ड चैंपियनशिप में छह बार गोल्ड जीतनेवाली पहली महिला बॉक्सर.इराम हबीब: 30 वर्षीय इराम पहली कश्मीरी मुस्लिम महिला पायलट बनीं.मिथाली राज: महिला क्रिकेट टीम की रीढ़ मानी जानेवाली मिथाली वर्ष 2018 में टी20 में सबसे ज़्यादा रन बनानेवाली महिला क्रिकेटर बनीं.

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