उत्तराखंड की 14 महिलाओं ने हासिल किया व्वाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग गाइड सर्टिफिकेट, जल्द करेंगी करियर की शुरुआत

उत्तराखंड की 14 महिलाओं ने हासिल किया व्वाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग गाइड सर्टिफिकेट, जल्द करेंगी करियर की शुरुआत

उत्तराखंड की 14 बेटियां अब गंगा की लहरों पर पर्यटकों को रोमांचक रिवर राफ्टिंग का अनुभव कराने के लिए तैयार हैं। तीन महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद, ये महिलाएं व्वाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग गाइड के रूप में प्रमाणित हो चुकी हैं। पर्यटन विभाग से पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद, वे अब पेशेवर राफ्टिंग गाइड के रूप में अपना करियर शुरू करेंगी। ऋषिकेश हाल के वर्षों में राफ्टिंग के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है, जहां हर साल पांच लाख से अधिक पर्यटक राफ्टिंग का आनंद लेने आते हैं। अब तक यह क्षेत्र पुरुषों का ही वर्चस्व रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में पहली बार पर्यटन विभाग ने महिलाओं को रिवर राफ्टिंग गाइड के रूप में प्रशिक्षण देने की पहल की। यह उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन और महिला सशक्तिकरण के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है।

  • प्रियंका राणा: पौड़ी जिले के सिरांसू गांव की निवासी प्रियंका राणा, जो वर्तमान में बीबीए कर रही हैं और एक क्याकिंग एथलीट भी हैं, बताती हैं कि उनके गांव के पास बड़ी संख्या में राफ्टिंग होती है। जब उन्हें महिलाओं के लिए राफ्टिंग गाइड प्रशिक्षण की जानकारी मिली, तो उन्होंने इसमें पंजीकरण कर लिया। अब वह बतौर राफ्टिंग गाइड अपना करियर बनाना चाहती हैं।
  • कामाक्षी गोयल: रामनगर निवासी कामाक्षी गोयल वर्तमान में गोवा की नॉटिकल कंपनी में काम कर रही हैं। वह पहले से ही वाइट वॉटर फील्ड में कार्यरत थीं, इसलिए उन्होंने अपनी स्किल को और अधिक निखारने के लिए राफ्टिंग गाइड प्रशिक्षण लिया।
  • मुस्कान: ऋषिकेश निवासी मुस्कान, जो इस बैच में शामिल थीं, अभी ऋषिकेश से ग्रैजुएशन कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें विदेशी प्रशिक्षकों द्वारा तीन महीने तक रिवर राफ्टिंग की ट्रेनिंग दी गई, जिसमें देवप्रयाग से ऋषिकेश तक का एक हफ्ते का राफ्टिंग अभियान भी शामिल था। मुस्कान का कहना है कि वह इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं।

पर्यटन विभाग ने इन 14 महिलाओं को अप्रैल से जून के बीच तीन महीने का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण के साथ उनके रहने और खाने का खर्च भी विभाग द्वारा उठाया गया। यह पहल उत्तराखंड की बेटियों और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं का द्वार खोल रही है।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। अब बड़ी संख्या में महिला पर्यटक भी राफ्टिंग के लिए आ रही हैं। ऐसे में महिलाओं को बतौर राफ्ट गाइड प्रशिक्षण दिया जाना एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस दिशा में कदम बढ़ाकर उत्तराखंड की बेटियां और महिलाएं सशक्त होंगी।”

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