चारधाम यात्रा 2025 : सप्ताह भर बाद भी ठप यमुनोत्री हाईवे, सिलाई बैंड के बीच मार्ग खोलने की जद्दोजहद जारी

चारधाम यात्रा 2025 : सप्ताह भर बाद भी ठप यमुनोत्री हाईवे, सिलाई बैंड के बीच मार्ग खोलने की जद्दोजहद जारी

उत्तरकाशी, 4 जुलाई – सप्ताह बीत जाने के बावजूद यमुनोत्री हाईवे पर वाहनों की आवाजाही अब तक बहाल नहीं हो पाई है। लगातार भूस्खलन और मौसम की चुनौती के बीच सिलाई बैंड–ओजरी क्षेत्र में बीआरओ द्वारा हाईवे दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर पर जारी है। इस बीच यात्रा मार्ग पर सन्नाटा पसरा हुआ है और यमुनोत्री धाम समेत तमाम पड़ाव यात्रियों और स्थानीयों की हलचल से दूर हैं।

850 से अधिक यात्री हुए थे फंसे
गत शनिवार को सिलाई बैंड और ओजरी क्षेत्र में बादल फटने और भारी भूस्खलन के बाद हाईवे पूरी तरह से ठप हो गया था। इस आपदा के चलते पालीगाड़ से जानकीचट्टी तक लगभग 850 से अधिक यात्री फंस गए थे। मंगलवार को पैदल रास्ता सुचारु किए जाने के बाद रेस्क्यू का काम शुरू हुआ।

तीन चरणों में निकाले गए यात्री
आपदा प्रबंधन विभाग की क्यूआरटी टीम और स्थानीय प्रशासन ने 3 चरणों में यात्रियों को निकालकर बड़कोट भेजा।

  • पहले दिन: 500 से 700 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
  • बुधवार: 250 यात्रियों को रेस्क्यू कर बड़कोट पहुंचाया गया।
  • गुरुवार सुबह: 35 ऐसे यात्रियों को निकाला गया जो निजी वाहनों से यात्रा पर आए थे और अब भी मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे थे।

यात्रा अब भी ठप, धाम में पसरा सन्नाटा
यमुनोत्री धाम में तीसरे दिन भी मौसम की बाधा के चलते यात्रा बंद रही। हालांकि पैदल मार्ग चालू हो चुका है, लेकिन भारी मलबा और लगातार हो रही बारिश के चलते वाहन संचालन अभी भी संभव नहीं हो पाया है।

स्थानीय लोगों को भी हो रही भारी परेशानी
केवल श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि आसपास के स्थानीय लोग भी हाईवे बंद होने से प्रभावित हैं। उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आवाजाही में कठिनाई हो रही है।

प्रशासन का दावा—सभी फंसे यात्री सुरक्षित
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसांई ने जानकारी दी कि यात्रा मार्ग पर फंसे सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जो कुछ लोग अब भी वहीं हैं, वे निजी वाहन चालकों की श्रेणी में हैं और उनके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।

Saurabh Negi

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