टैक्सी-मैक्सी कैब का संचालन बंद कर जताया आतंकी हमले का विरोध
देहरादून। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में रविवार को गढ़वाल मंडल की लाइफ-लाइन यानी टैक्सी-मैक्सी कैब थमी रही। शहीदों को श्रृद्धांजलि देने के लिए टैक्सी-मैक्सी कैब यूनियन ने रविवार को पूरे गढ़वाल क्षेत्र में वाहनों का संचालन नहीं किया। देहरादून समेत गढ़वाल के सातों जनपदों में रोजाना करीब 25 हजार मैक्सी कैब संचालित होती हैं। इनमें लगभग तीन लाख यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं। ऐसे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के पहाड़ी मार्गों पर टैक्सी-मैक्सी को ‘लाइफ-लाइन’ माना जाता है। दरअसल, मुंबई में लोकल ट्रेनों की तर्ज पर प्रदेश के पर्वतीय मार्गों पर जीप-ट्रेकर ही सार्वजनिक परिवहन के लिए सबसे मुफीद साधन हैं। पर्वतीय मार्गों पर निजी व रोडवेज बसें भी चलती हैं, लेकिन एक तो इनकी संख्या बेहद कम है और ये छोटे व संकरे मार्गों पर नहीं जा पातीं। ऐसे में दैनिक सफर के लिए आमजन जीप और ट्रेकर का ही प्रयोग करता है। रविवार को इनके संचालकों ने कश्मीर हमले के विरोध में संचालन पूरी तरह बंद रखा।
यूनियन ने शहीदों को श्रृद्धांजलि भी दी और शोक-सभा भी आयोजित की। इस दौरान यूनियन अध्यक्ष प्रमोद नौटियाल समेत धर्मेंद्र सिंह, भगवान सिंह रावत, सतीश कुमार, प्रदीप रावत, अनिल कुमार समेत सैकड़ों संचालन शामिल रहे।
दून में यहां से होता है संचालन-
देहरादून में रिस्पना पुल से, राजपुर रोड पर एमडीडीए पार्किंग, परेड ग्राउंड, प्रिंस चौक, दीन दयाल पार्क आदि से पर्वतीय मार्गों व पूरे गढ़वाल मंडल के लिए टैक्सी व मैक्सी-कैब का संचालन होता है।
दून से इन इलाकों के लिए होता है मैक्सी-कैब का संचालन
टिहरी, चंबा, उत्तरकाशी, श्रीनगर, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, जोशीमठ, ऋषिकेश, हरिद्वार, गुप्तकाशी, लैंसडोन, कोटद्वार, चिन्यालीसौढ़, देवप्रयाग, पुरोला, बड़कोट, घनसाली, धनोल्टी, मसूरी आदि।
सत्यदेव उनियाल (महासचिव दून गढ़वाल जीप कमांडर मालिक कल्याण समिति) का कहना है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जिस तरह हमारे सैन्य भाईयों पर हमला कर उनकी जान ली है, वह किसी भी तरह माफ नहीं किया जा सकता। उत्तराखंड तो पूरी तरह सैन्य पृष्ठभूमि वाला है। शहीदों के शोक में हम रविवार को पूरे गढ़वाल में अपने वाहनों का संचालन बंद रखेंगे। इस दौरान आमजन को जो तकलीफ होगी हम उसके लिए क्षमाप्रार्थी हैं।