मैडल जीतने के बाद उत्तराखंड में नौकरी के लिए ठुकराए केंद्र के ऑफर

मैडल जीतने के बाद उत्तराखंड में नौकरी के लिए ठुकराए केंद्र के ऑफर

राष्ट्रीय खेल की वॉक रेस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले गोल्डन बॉय सूरज पंवार ने अपने राज्य में नौकरी के लिए केंद्र की कई नौकरियों के ऑफर ठुकरा दिए हैं। सूरज ने हाल ही में गोवा में आयोजित हुए 37वें राष्ट्रीय खेल में 20 किलोमीटर की वॉक रेस में उत्तराखंड के लिए एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीता था। यह रेस उन्होंने एक घंटा 27 मिनट में पूरी की थी। सूरज ने बताया उनका सपना अपने राज्य के लिए सेवा करने का है। इसका एक मुख्य कारण भी है कि वह अपने उत्तराखंड में रहकर अपने कोच से ट्रेनिंग भी लेते रहे। बताया, अभी तक उन्हें केंद्र से रेलवे, आर्मी और नेवी में नौकरी के ऑफर मिल चुके हैं। लेकिन वह सिर्फ अपने ही राज्य में नौकरी करना चाहते हैं।

इसके लिए उन्होंने राज्य सरकार से कई बार वार्ता भी की है। बावजूद इसके उन्हें सिर्फ खाली आश्वासन ही मिलता है। कहा, अगले साल पेरिस में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेकर देश को गोल्ड दिलाना चाहते हैं।

कोच के तबादले से नाखुश खिलाड़ियों ने छोड़ दिया था दून
कोच अनूप बिष्ट के पौड़ी तबादले से नाखुश कई खिलाड़ियों ने दून के महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज छोड़ दिया था। इनमें से एक सूरज पंवार भी थे। मूल रूप से टिहरी के प्रतापनगर निवासी सूरज ने दून में अपने कोच अनूप बिष्ट से साल 2017 से वॉक रेस का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था। लेकिन इस साल मई में कोच का तबादला पौड़ी कर दिया गया। इसके बाद सूरज ने पौड़ी जाकर ही उनसे प्रशिक्षण लिया।

नौकरी को लेकर गोल्डन गर्ल का भी छलका था दर्द
राज्य में नौकरी पाने के लिए गोल्डन गर्ल मानसी नेगी ने भी सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया था। मूल रूप से चमोली जिले की रहने वाली मानसी को भी रेलवे और ओएनजीसी से नौकरी के ऑफर आ गए हैं। लेकिन मानसी भी अपने राज्य में रहकर नौकरी करना चाहती हैं, मानसी ने कहा, सरकार की ओर से जैसे ही स्पोर्ट्स कोटे में नौकरी निकाली जाएगी उनके लिए वह आवेदन करेंगी।

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