जीवन जीने की अनूठी शैली की वजह से आज भी याद किए जाते हैं जॉर्ज फर्नांडिस, जानिए उनके जीवन के अनछुए पहलू

जीवन जीने की अनूठी शैली की वजह से आज भी याद किए जाते हैं जॉर्ज फर्नांडिस, जानिए उनके जीवन के अनछुए पहलू

नई दिल्‍ली । देश के पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस अपने स्‍वभाव के लिए काफी चर्चा में रहे। सादगी पसंद जॉर्ज जमीन से जुड़े हुए नेता था। उनका जीवन पूरी तरह से संघर्ष के बीच बीता। भले ही वह काफी समय तक विपक्ष में रहे लेकिन इसके बाद भी उनके विरोधी उनका लोहा मानते थे। जीवन जीने की अपनी अनूठी शैली की वजह से ही वह आज भी याद किए जाते हैं। आईए बीस प्‍वाइंट में जानते हैं उनके जीवन से अनछुए पहलू।

  • जॉर्ज फर्नांडिस का पूरा जीवन विभिन्‍नताओं और विविधताओं से भरा रहा है। मेंगलौर में उनका जन्‍म हुआ था, बंबई में वह मजदूर नेता बने और मुजफ्फरपुर को अपनी कर्मभूमि बनाया।
  • शुरुआती दिनों में वो मुंबई मे चौपाटी में वो फुटपाथ पर सोया करते थे। जहां कई बार पुलिसवाला आकर उन्‍हें उठा कर वहां से जाने को कहता था।
  • राजनीति के मैदान में उतरने से पहले उन्‍होंने प्रीस्‍ट बनने का बकायदा प्रशिक्षण लिया था। परंतु बाद में उन्‍हें चर्च की व्‍यवस्‍था में बहुत गड़बड़ियां दिखीं और उसे छोड़ कर मुंबई चले आये।
  • उन्होंने विभिन्‍न सरकारों के नेतृत्‍व में तीन मंत्रालयों (उद्योग, रेल और रक्षा मंत्रालय) का दायित्‍व संभाला।
  • 1977 में जब जॉर्ज फर्नांडिस उद्योग मंत्री थे उस वक्‍त जया जेटली के पति उनके स्‍पेशल असि‍सटेंट हुआ करते थे।
  • केंद्र में मंत्री रहते हुए उन्होंने निवेश के उल्लंघन के कारण, अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों आईबीएम और कोका-कोला को देश छोड़ने का आदेश दिया था।
  • रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कोंकण रेलवे परियोजना के पीछे प्रेरणा शक्ति थी।
  • जून 2003 में ही तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीस ने पुणे के लोहेगांव वायुसेना अड्डे से सुखोई-30 में उड़ान भरी थी। वह उस समय 73 वर्ष के थे।
  • जॉर्ज फर्नांडिस ने  1994 में जनता दल छोड़कर समता पार्टी का गठन कर लिया था।
  • आपातकाल के दौरान उन्‍हें भी राजद्रोह के आरोप में जेल में डाल दिया गया था। तिहाड़ में रहकर ही उन्‍होंने मुजफ्फरपुर से तीन लाख वोटों से लोकसभा का चुनाव जीता था।
  • अपने कपड़े तक खुद धोते थे जॉर्ज फर्नांडिस। उन्‍हें कलफ लगे कपड़े पहनना बिल्‍कुल पसंद नहीं था।
  • जॉर्ज फर्नांडिस ऐसे ि‍विद्रोही नेताओं में से थे जो परंपरा से अलग हटकर काम करते थे।
  • उन्‍हें हैरी पॉटर समेत महात्‍मा गांधी और विंस्टन चर्चिल की जीवनी पढ़ने का बहुत शौक था।
  • उनकी अपनी प्राइवेट लाइब्रेरी थी जिसकी सभी किताबें उन्‍होंने पढ़ रखी थीं।
  • जॉर्ज को कोंकड़ की मछली और क्रैब करी काफी पसंद थी।
  • वो जमीन से जुड़े ऐसे नेता थे जो अपने ड्राइवर को अपने साथ खाना खिलाने से भी परहेज नहीं करते थे।
  • जिस वक्‍त वह अटल बिहारी सरकार में रक्षा मंत्री बने तो अपने सरकारी बंगले का गेट तक हटवा दिया था। उनके घर पर कोई भी बेरोकटोक जा सकता था। लेकिन संसद पर हमले के बाद उन्‍होंने अपने यहां पर सुरक्षा गार्ड रखवाए थे।
  • तहलका पत्रिका ने एक स्टिंग ऑपरेशन कर जॉर्ज फर्नांडिस पर कुछ रक्षा सौदों में रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। इसकी वजह से उन्‍हें अपने पद से इस्‍तीफा तक देना पड़ा था।
  • जया जेटली को जॉर्ज फर्नांडिस की पत्नी लैला कबीर ने जॉर्ज की जिंदगी से ‘परसोना-नॉन ग्राटा’ घोषित करवा दिया था।
  • जॉर्ज के बीमार होने के बाद जया जेटली को उनसे मिलने के लिए कानूनी जंग लड़नी पड़ी थी। 2014 में कोर्ट ने उन्‍हें 15 दिनों में 15 मिनट के लिए जार्ज फर्नांडिस से मिलने की अनुमति दी थी।

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