स्वतंत्रता दिवस से पहले ‘नियो विज़न फाउंडेशन’ ने मनाया सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों को वितरित की स्टेशनरी
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देहरादून में स्वाधीनता के उत्सव का रंग पहले ही चढ़ चुका है। इसी क्रम में, 11 अगस्त को ‘नीओ विज़न फाउंडेशन’ (NGO) ने ‘स्कूल चले हम’ मिशन के तहत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें बच्चों ने विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियों के माध्यम से स्वतंत्रता की भावना को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को स्टेशनरी भी वितरित की गई, जिससे शिक्षा के प्रति उनकी प्रेरणा को बल मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक गढ़वाली सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जिसमें बच्चों ने देवी सरस्वती का आह्वान कर अपनी प्रस्तुतियों को प्रारंभ किया। इसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का दौर शुरू हुआ। कविता वाचन के लिए नवीनीत नामक छात्र ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविता सुनाई, जो श्रोताओं को भावविभोर कर गई।
रंगारंग प्रस्तुतियों में बच्चों की भागीदारी
सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुमकुम नामक छात्रा ने अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुति से सबका दिल जीत लिया। कार्यक्रम में प्रस्तुतियों के दौरान बच्चों ने भारतीय संस्कृति की विविधता और सौंदर्य को दर्शाया। इसके अलावा, एनसीसी जूनियर टीम ने देशभक्ति गीतों के माध्यम से देश के जवानों की वीरता और बलिदान को सलामी दी। विशेष रूप से, ‘संदेसे आते हैं, हमें तड़पाते हैं’ गीत पर आधारित एक प्रस्तुति में बॉर्डर पर तैनात सैनिकों की व्यथा को अभिव्यक्त किया।
कार्यक्रम में मैती आंदोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रावत ने अपने संबोधन में बच्चों को मानसून के दौरान हो रहे पर्यावरणीय नुकसान, पेड़ों के महत्व, और बच्चों की शिक्षा और करियर पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के योगदान को महत्वपूर्ण बताया और बच्चों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के बाद, नियो विज़न फाउंडेशन के संथापक गजेंद्र रामोला ने कहा, “हमारी संस्था हर साल स्वतंत्रता दिवस से पहले रविवार को इस कार्यक्रम का आयोजन करती आई है, और इसे आगे भी जारी रखेगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना और उन्हें शिक्षित करने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना है।” उन्होंने उपस्थित लोगों से बच्चों के लिए कुछ समय दान करने का आह्वाहन किया ।
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इस कार्यक्रम में स्वामी मुकुंदकृष्ण दास, मैती आंदोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रावत, SGRR विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और पूर्व उपाध्यक्ष, नितिन छेत्री, अनुज केडियाल, अंकित सीकरी, राकेश सिसोदिया, राहुल कुमार, रोहित नौटियाल, और सार्थक जखमोला अदि लोग शामिल थे। इन सभी ने बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनकी प्रस्तुतियों की सराहना की।