देश को बेरोजगारी से निजात दिलाने के लिए, सर्वाधिकार रोजगार प्रदत्त करने वाले रक्षा क्षेत्र और रेलवे क्षेत्र में 100 % विदेशी निवेश की नीति के कारण घट चुके रोजगार के अवसरों पर समीक्षा व विमर्श करें राजनीति दल

देश को बेरोजगारी से निजात दिलाने के लिए, सर्वाधिकार रोजगार प्रदत्त करने वाले रक्षा क्षेत्र और रेलवे क्षेत्र में 100 % विदेशी निवेश की नीति के कारण घट चुके रोजगार के अवसरों पर समीक्षा व विमर्श करें राजनीति दल

देहरादून- 28 मार्च 2019 आज गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान का संघर्ष स्थल पर जारी धरना को 192वाँ दिन हो गए| आज गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने राजनीतिक दलों से इस बात की मांग उठाई है कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दल इस बात पर चर्चा करें कि रक्षा क्षेत्र और रेलवे क्षेत्र, जो दो प्रमुख रोजगार मुहैया कराने वाले क्षेत्र हैं, उनमें 100% विदेशी पूंजी निवेश के कारण जो रोजगार के अवसर घटे हैं उसकी भरपाई कैसे हो|

गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान नें देश के अंदर बढ़ती बेरोजगारी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि देश के राजनीतिक दलों को इस बात की ओर विमर्श को आगे बढ़ाना चाहिए कि आखिर रक्षा क्षेत्र और रेलवे क्षेत्र जो की सर्वाधिक रोजगार के अवसर युवाओं को मुहैया कराते थे आखिर उन पर 100% पूंजी निवेश का क्या असर पड़ा है|

गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने मांग की है कि राजनीतिक दल इस बात पर केंद्रित हो यह सहमति बनाएं कि यदि बहुत जरूरी हो तभी विदेशी निवेश को देश में आमंत्रित करें और यह सुनिश्चत कराएं कि प्रत्येक ऐसा निवेश भारत में युवाओं के लिए कितने रोजगार के अवसर पैदा कर पाएंगे| गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान ने कहा है कि डीआरडीओ के वैग्यानिकों द्वारा मिशन शक्ति का सफल प्रशिक्षण सिद्द करता है कि स्वदेशी को ही राष्ट्र को अपनी प्राथमिकता प्रदान करनी चाहिए|

रेलवे क्षेत्र और रक्षा क्षेत्र में 100% पूंजी निवेश के नीति का खामियाजा राष्ट्र के युवाओं को भुगतना पड़ा है अतः इस प्रकार की लागू नीतियों पर ही चुनावों में गंभीर विमर्श करने की गुंजाइश बनती है| गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान गैरसैंण के सवाल को लेकर और साथ में बढ़ती बेरोजगारी पर नोटा की नीति पर आगे बढ़ने की अपनी नीति पर कायम रहने की बात दोहराई है|

आज 192वाँ दिवस का धरना कार्यक्रम में उपस्थिति देने वालों में मदन भंडारी, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, हर्ष प्रसाद मैंदोली, विजय सिंह रावत, इंद्रजीत रावत, राकेश चंद्र सती, शीला रावत, पी.एस. रांगण, सुबोध कुमार, कृष्णकांत कुनियाल, विमल सिंह, गुरमेल सिंह, मनोज कुमार बडोला, संजय रावत, रविंद्र प्रधान, पुष्कर नेगी, आचिन बहुगुणा सोहन सिंह रावत, सी.के भट्ट, के के भंडारी, दीपक नेगी, अंकित कुकरेती, राजेश कुमार, सुबोध रतूड़ी, सुभाष रतूड़ी, मनोज ध्यानी, श्रीमती ज्योत्सना असवाल, प्रदीप बौंठियाल, प्रकाश चन्द्र गौड़, नवीन सती आदि उपस्थित थे|

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