चंपावत, भारत से नेपाल भागने का प्रयास कर रहे चार चीनी युवकों के साथ एक तिब्बती नागरिक को चेक पोस्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने पकड़ लिया। पकड़े गए चीनी युवकों के पास पासपोर्ट व वीजा नहीं है। इनके पास से मिले पेपर से इनके सोने की तस्करी से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। मुंबई पुलिस पूर्व में इन्हें पकड़ भी चुकी है। भाषाई समस्या के चलते अभी ठीक तरह से पूछताछ नहीं हो पा रही है। इसके लिए दिल्ली से विशेषज्ञ टीम आज पहुंच रही है। फिलहाल, पुलिस सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
गत शुक्रवार देर सांय भारत से नेपाल को जा रहे पांच युवकों पर संदेह होने पर इमिग्रेशन चेक पोस्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने पांचों युवकों से पूछताछ की। इनमें से चार युवक चीनी नागरिक और एक तिब्बती नागरिक निकला। उन युवकों के पास पासपोर्ट वीजा और मोबाइल फोन भी नहीं थे। पर जब युवकों की तलाशी ली गई तो उनके पास एक मोबाइल की चिप निकली। उस चिप को जब मोबाइल में डालकर देखा गया तो सभी युवकों की पूरी जानकारी सामने आ गई।
इमिग्रेशन चेक पोस्ट अधिकारी इंदर सिंह ने बताया कि पकड़े गए पांच युवकों में से चार की चीनी और एक के तिब्बती नागरिक होने की पुष्टि हो गई है। उन्होंने बताया कि भाषा की परेशानी के चलते पूछताछ में समस्या हो रही है। शनिवार को दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम आयेगी जो पूछताछ करेगी, जिससे कुछ और जानकारी मिल सकती है। बताया कि इन चीनी युवकों के पास एक रिकवरी लेटर मिला है, जिससे पता चला कि चारों चाइनीज युवकों को मुंबई पुलिस ने किसी देश से समुद्र के रास्ते तस्करी कर लाये जा रहे 57 किलो सोने के साथ पकड़ा था, जिसकी कीमत 6 करोड़ 50 लाख रुपये थी, जिसमें चारों युवकों को सजा भी मिली थी। आशंका जताई जा रही है कि ये सभी किसी अंतरराष्ट्रीय तस्कर गिरोह से जुड़े हैं। इनके पास से भारतीय आइडी भी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है।