मास्‍को, नई दिल्‍ली और इस्‍लामाबाद के बढ़ते तनाव के बीच रूस ने कहा है कि दोनों देशों को अपने संबंधों को सामान्‍य करने की दिशा में काम करना चाहिए। रूस के विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign Affairs of Russia) ने कहा है कि दोनों देशों को तनाव कम करने के लिए कूटनीतिक पहल करनी चाहिए। हालांकि, रूस ने साफ किया कि भारत का अनुच्‍छेद-370 (Article 370) पर लिया गया फैसला विधि सम्‍मत है। इससे किसी अंतरराष्‍ट्रीय कानून का उल्‍लंघन नहीं हुआ है। इस मामले में भारत ने पहले ही अपना रूख साफ कर चुका है कि जम्‍मू-कश्‍मीर का मामला उसका आंतरिक विषय है। इसमें वह किसी अन्‍य देश का हस्‍तक्षेप स्‍वीकार नहीं करेगा।

उधर, पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री इस मामले को लेकर चीन में हैं। पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) जम्‍मू-कश्‍मीर पर लिए गए भारत सरकार के फैसले के खिलाफ समर्थन जुटाने बीजिंग में शरण लिए हुए हैं। उन्‍होंने वहां चीन के विदेश मंत्री वांग वी (Wang Yi) से इस मसले पर बातचीत की, जिसके बाद चीन ने जम्‍मू-कश्‍मीर में हालिया हालात पर चिंता जताई।
बता दें कि भारत द्वारा अनुच्छेद-370 को रद किए जाने के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों में कमी करेगा। इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्तों को भी सस्‍पेंड कर दिया है।
पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि वो कश्मीर मामले को संयुक्‍त राष्‍ट्र में ले जाएगा। पाकिस्‍तान में भारतीय उच्‍चायुक्‍त अजय बिसारिया वापस नई दिल्‍ली लौट आए हैं। इसके साथ पाकिस्‍तान ने यह एलान किया है कि वह अपने उच्‍चायुक्‍त को दिल्‍ली नहीं भेजेंगे। उधर, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा कह रहे हैं कि कश्मीरियों की मदद के लिए उनकी सेना किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। पाकिस्‍तान के इन बयानों से दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हाे गए हैं।